ग़ाज़ा में 12 घंटे जंग बंदी, महलूकीन की तादाद 1000 से ज़्यादा

ग़ाज़ा के मकीन आज अक़वामे मुत्तहिदा की अपील पर इसराईल और हम्मास की जानिब से 12 घंटों की जंग बंदी पर रजामंदी के बाद अपने घर पहुंचे जो शदीद तरीन बमबारी के बाद मलबे में तबदील हो गए हैं। यहां से मज़ीद नाशें बरामद की गईं जिस के साथ ही जांबाहक़ होने वाले आम शहरीयों की तादाद 1000 से मुतजाविज़ हो गई है।

इसराईल और हम्मास ने इंसानी बुनियादों पर 12 घंटे की जंग बंदी से इत्तिफ़ाक़ किया। बादअज़ां इसराईल ने मज़ीद चार घंटे की तौसीअ दी। इस आरिज़ी जंग बंदी के साथ ही जब अवाम और तिब्बी अमला यहां पहुंचा तो उन्हें हर तरफ़ तबाही और बर्बादी के आसार दिखाई दीए। यहां इंतिहाई दिलख़राश मनाज़िर थे और कई नाशें मलबा के नीचे दबी हुई मिली।

बमबारी की वजह से बेशतर इमारतें ज़मीन दोज़ हो गई हैं और कारें 50 मीटर दूर जा गिरीं। यही नहीं बल्कि बाअज़ फ्लैट्स का मुकम्मल सफ़ाया हो गया। जंग बंदी का वक़्त शुरू होने से पहले ग़ाज़ा पट्टी में लड़ाई में तीन इसराईली सिपाही हलाक हो गए। इस तरह 19 दिन की लड़ाई में हलाक होने वाले इसराईली फ़ौजीयों की तादाद 40 हो गई है।

इस के इलावा दो आम शहरी और एक थाईलैंड का वर्कर भी हलाक हो गए। इसराईल ने कहा कि इस आरिज़ी मुद्दत में वो हम्मास की सुरंगों का पता चला कर उन्हें नाकारा बनाने का सिलसिला जारी रखेगा।

अब तक 31 सुरंगों का पता चला है जिन में निस्फ़ को तबाह कर दिया गया। मुक़ामी वक़्त के मुताबिक़ 8 बजे सुबह जंग बंदी शुरू हुई और इस से पहले इसराईली हमलों में एक ही ख़ानदान के 19 अफ़राद हलाक हो गए।

तसावीर में रिश्तेदारों को आहो बका करते दिखाया गया जब कि पाँच बच्चों की नाशें तदफ़ीन के लिए लाई गई थी। आयरन डोम डीफ़ैंस सिस्टम ने तीन राकेट्स को बेअसर कर दिया जो जुनूबी इसराईली टाउन अशकलोन पर फ़ायर किए गए थे।

जंग बंदी में तौसीअ के लिए बैनुल अक़वामी कोशिशें भी तेज़ हो गई हैं। अमरीका, बर्तानिया, तुर्की और क़तर के वुज़राए ख़ारिजा ने पैरिस में इजलास मुनाक़िद किया।

फ़्रांस के वज़ीरे ख़ारजा लॉरेंट फ़ीबश ने दो घंटे तवील इजलास के बाद मीडिया को बताया कि फ़रीक़ैन पर जारीया जंग बंदी को 24 घंटों के लिए वुसअत देने पर ज़ोर दिया गया और उस की तजदीद भी की जा सकती है।