नई दिल्ली: एक तरफ़ हुकूमत बैरूनी रास्त सरमायाकारी (एफडीआई ) के बहाव में इज़ाफे से परउमेद है तो दूसरी तरफ़ एन्टेलिजेन्स एजेंसी RAW से कहा गया है कि मुश्तबा मामलों की छान बीन कीजिएॱएॱ क्यों कि मार्किट में बैरूनी ममालिक से काला धन मुंतक़िल किए जाने की इत्तेलात हैं।
फैसला एन्टेलिजेंस इदारों के वर्किंग ग्रुप जोकि इक्नॉमिक इन्टेलिजेंस काउंसिल पर मुश्तमिल है कि इजलास में किया गया। काबीना सेक्रेट्रेट ने इक्नॉमिक इन्टेलिजेंस एजेंसी से बैरूनी रास्त सरमायाकारी ( एफडीआई ) की तफ़सीलात तलब की थी, ये इक़दाम इसे वक़्त किया गया है जबकि हुकूमत एफ डी आई के बहाव में इज़ाफ़ा के लिए मुल्क में मसनूआत की तय्यारी और तिजारत के लिए आसानियां पैदा कर रही हैं।
मज़कूरा इजलास में इन्टेलिजेंस इदारों को हिदायत दी गई है कि ग़ैरमुल्की सरमायाकारी के वसाइल और ज़राए पर गहिरी नज़र रखी जाये ताकि एफडीआई की आड़ में काला धन मुंतक़िल किए जाने को रोका जा सके।