बीदर, ३0 दिसम्बर: (सियासत डिस्ट्रिक्ट न्यूज़) श्री रियो नाविक वज़ीर बराए एनीमल हसबंडरी ने कहा है कि ज़रई पैदावार के लिए ज़ाइद खाद के इस्तिमाल से अजनास में पाए जाने वाले विटामिन पर संगीन असरात मुरत्तिब हो रहे हैं। मौसूफ़ वटर्नरी मैडीकल साईंस यूनीवर्सिटी बीदर में मुनाक़िदा मवेशी, ज़राअत और हारटीकल्चर मेला का इफ़्तिताह करने के बाद यहां मुनाक़िदा एक तक़रीब को मुख़ातब कररहे थे। फसलों में ज़ाइद खाद के ज़रीया वक़्त से पहले इस के हुसूल का रुजहान आए दिन बढ़ता जा रहा है जो फसलों के साथ साथ सेहत केलिए इंतिहाई मुज़िर और नुक़्सानदेह साबित हो रहा है। शोबा ज़राअत में मस्नूई खाद और ज़हरीली अदवियात का इस्तिमाल इंतिहाई ख़तरनाक है। लिहाज़ा किसानों को चाहीए कि वो क़ुदरती खाद के इस्तिमाल को तर्जीह दें जिस के लिए बड़े पैमाने पर किसानों के शऊर को बेदार करने की ज़रूरत है। रियास्ती ज़रई शोबा के सदर डाक्टर एस वि पाटिल ने इस मौक़ा पर कहा कि किसानों को ज़राअत के इलावा बाग़बानी और मवेशीयों की अफ़्ज़ाइश पर ख़ुसूसी तवज्जा देने की ज़रूरत है। तक़रीब को वटरनरी यूनीवर्सिटी के चांसलर डाक्टर सुरेश गौड़ा ने भी मुख़ातब किया। मज़कूरा मीलहमीं वटर्नरी ज़राअत और हारटीकल्चर मह्कमाजात की जानिब से एक सौ स्टाल लगाए गए थे।