ज़लज़ले और सूनामी से जापान की इक़तिसादीयात को 211 अरब डॉलर्स का नुक़्सान

टोकीयो 23 अक्टूबर (यू एन आई) मशरिक़ी जापान में तबाहकुन ज़लज़ले और हलाकत ख़ेज़ सूनामी के नतीजा में जापान की इक़तिसादीयात को गुज़श्ता 18 अक्टूबर के तख़मीना के मुताबिक़ 211 अरब डालर नुक़्सान का सामना करना पड़ा।

न्यूक्लियर पावर प्लांटस से ताबकारी के इख़राज ने मुल्की बरामदात को भी शदीद धक्का पहुंचाया जबकि ज़राअत, माही गेरी और ख़ुसूसन सयाहत की सनअत भी बुरी तरह मुतास्सिर हुई।

जापान के रुकन ऐवान नुमाइंदगान यूज़ अब्बू राशि हारा के मुताबिक़ हुकूमत जापान ने पानी और ज़मीन को आलूदगी से पाक करने के लुई अरब डॉलर्स मुख़तस किए हैं और इस ज़िमन में काम शुरू भी कर दिया गया है।

एक सवाल के जवाब में उन्हों ने बताया कि मज़कूरा सानिहा के बाद बेरोज़गारी की शरह 4.3 फ़ीसद से बढ़ कर 6.5 से 7 फ़ीसद तक होगई ही। उन्हों ने कहाकि ज़लज़ली, सूनामी और ताबकारी के नतीजा में 15 हज़ार 824 अफ़राद हलाक हुए और 3824 लापता हैं जबकि ज़ख़मीयों की तादाद 5942 है।

इशी हारा ने बताया कि इमारतों की तबाही से 130 अरब, तवानाई और टैली मुवासलात की सहूलतों को नुक़्सान पहुंचने से 16 अरब डॉलर्स और इनफ़रास्ट्रक्चर तबाह होने से 28 अरब डॉलर्स का नुक़्सान हुआ है।

इस के इलावा ज़राअत और माही गेरी की मद में 24 अरब स्कूलों और अस्पतालों की तबाही से 14 अरब डॉलरज़ का नुक़्सान बर्दाश्त करना पड़ा। उन्हों ने बताया कि जापान ने आइन्दा साल तक नई क़ौमी तवानाई पालिसी मुरत्तिब करने के लिए तमाम असटीक होल्डरज़ से मुशावरत का अमल शुरू कर दिया है।