कांग्रेस लीडर जनार्धन दीवीदी के इस रिमार्क पर कि ज़ात पात पर मुबनी तहफ़्फुज़ात को ख़त्म किया जाना चाहिए और मआशी बुनियादों पर दिए जाने वाले कोटा को रोक दिया जाना चाहिए।
समाजवादी पार्टी में इस नज़रिया की शदीद मुख़ालिफ़त की। बी जे पी और शिरोमणि अकाली दल ने इस तरह के बयानात के वक़्त और मौक़ा-ओ-महल का सवाल उठाया। समाजवादी पार्टी लीडर राम गोपाल यादव ने कहा कि ज़ात पात पर मुबनी कोटा निज़ाम के बजाय मआशी एतबार से कोटा देने की तजवीज़ का मुतालिबा किया है।
कांग्रेस इस मुल्क में समाजी इंसाफ़ के निज़ाम को ख़त्म करने की कोशिश कररही है। जब ये कोटा सरगर्म सियासत में सब से मौज़ूं लफ़्ज़ बन गया है। कांग्रेस के सीनियर लीडर जनार्धन दीवीदी ने ज़ात पात पर मुबनी तहफ़्फुज़ात को ख़त्म करने पर ज़ोर दिया है और राजीव गांधी से कहा है कि माली तौर पर कमज़ोर तबक़ात के लिए कोटा मुतआरिफ़ किराए।