नई दिल्ली: समाजी जहद कार , माहिरीन तालीम , फ़नकार और सियोल सोसाइटीज़ की तंज़ीमें ,30 जनवरी को नई दिल्ली में एहतेजाजी मुज़ाहरा करेंगे ताकि मुल्क गीर सतह पर ज़ात पात की बुनियाद पर इम्तियाज़ात और हमलों के ख़िलाफ़ सदाए एहतेजाज बुलंद किया जा सके।
समाजी कारकुन शबनम हाश्मी ने बताया जहद कारों और सियोल सोसाइटीज़ की तंज़ीमें मुत्तहदा तौर पर तहफ़्फ़ुज़ दस्तूर के लिए अवामी मार्च निकालते हुए अपनी तशवीश का इज़हार करेंगे। ये पीपल्ज़ मार्च मंडी हाउज़ से शुरू हो कर जंतर मंतर पर ख़त्म होगा। श्रीमती एनी डी राजा सेक्रेटरी नेशनल फेडरेशन आफ़ इंडियन वीमन ने बताया कि मुल्क की हालत इन दिनों इज़तिराब आमेज़ है।
नसल और ज़ात पात की बुनियाद पर तलबा के ख़िलाफ़ हमले और अवाम के साथ इम्तियाज़ात बरतेजा रहे हैं और मौजूदा सूरत-ए-हाल के लिए कोई भी जवाबदेह नहीं हैं। हम चाहते हैं कि हुकूमत इस मसले पर तवज्जे दे। एक ग़ैर सरकारी तंज़ीम वादा ना तोड़ो अभियान की नुमाइंदा एनी नमला ने कहा कि ख़वातीन को निशाना बनाया जा रहा है।
दलितों को हिरासाँ-ओ-परेशान किया जा रहा है। इस के बावजूद ये दावा कैसे किया जा सकता है कि हमारा मुल़्क आज़ाद है। मुजव्वज़ा पीपल्ज़ मार्च की हिमायत का जिन्न मुमताज़ शख़्सियतों ने ऐलान किया है उनमें अरूण राय , प्रभात पटनाइक , वीरेंद्र गोरोर ,जान दयाल , सय्यद हमीद शामिल हैं।