नई दिल्ली, ०२ फरवरी (एजैंसीज़) तनफ़्फ़ुस के आरिज़ा से मुतास्सिरा नई दिल्ली के एम्स तरोमा सैंटर में ज़ेर-ए-इलाज दो साला लड़की फ़लक के ज़िंदा रहने के इमकानात मौहूम हो गए हैं। डाक्टरों ने इस बच्ची की दूसरी मर्तबा सर्जरी को मुल्तवी कर दिया है। बच्ची तनफ़्फ़ुस के आरिज़ा के इलावा दीगर तिब्बी पेचीदगीयों में मुबतला हो गई है।
दवाख़ाना में अस्सिटेंट प्रोफेसर न्योरोसर्जरी डाक्टर दीपक अग्रवाल ने कहा कि अब बच्ची की कोई सर्जरी नहीं की जाएगी। ये कहना भी मशक है कि ये बच्ची ज़िंदा रहेगी या नहीं । हम पचास फ़ीसद तक रखते हैं कि लड़की बच जाय। डाक्टरों ने कहा कि फ़लक को वेंटीलेटर पर रखा गया है और उसे कई एन्टी बायोटिकस दिए जा रहे हैं।
इस बच्ची के लिए आइन्दा तीन दिन अहम हैं। डॉक्टर्स इस पर मुसलसल नज़र रखे हुए हैं। तीन दिन के बाद ही फ़ैसला किया जाएगा कि आया बच्ची को मुसलसल वेंटीलेटर पर रखा जाय या नहीं।
इसी दौरान दिल्ली पुलिस ,राज कुमार उर्फ़ दिलशाद को गिरफ़्तार करने की कोशिश कर रही है जिस ने इस शेर ख़ार बच्ची को अपनी गर्लफ्रेंड के हवाले किया था जिसने इस दो साला बच्ची को नाज़ुक हालात में एम्स दवाख़ाना में शरीक कराया था।
डी सी पी (साउथ) छाया शर्मा ने कहा कि हम फ़लक के वालदैन का भी पता चलाने की कोशिश कर रहे हैं ।