ईरानियों ने कल मुल्कगीर सतह पर फ़लस्तीनीयों की ताईद और इसराईल के हमलों के ख़िलाफ़ एहतेजाजी मुज़ाहिरे किए। तेहरान और 700 से ज़्यादा शहरों और कस्बों में जुमातुल विदा के मौक़ा पर मुल्कगीर एहतेजाज किया गया।
सरकारी टी वी की ख़बरों के बामूजिब दारुल हुकूमत में एहतेजाजियों के प्लेकार्ड्स उठाए और मर्ग बर्ग इसराईल और मर्ग बर्ग अमरीका नारे लगाते हुए जुलूस की शक्ल में जाते हुए दिखाए गए। तेहरान यूनीवर्सिटी के इलावा दीगर 9 मुक़ामात पर आम जल्से मुनाक़िद किए गए।
ईरान में जुमातुल विदा के दिन हर साल यौमुल क़ूद्दूस मनाया जाता है लेकिन इस साल एहतेजाज इसराईल की ग़ाज़ा पट्टी पर 18 रोज़ा फ़िज़ाई बमबारी के ख़िलाफ़ किया गया जिस में 800 से ज़्यादा फ़लस्तीनी हलाक हो चुके हैं।
हम्मास ईरान का एक कलीदी हलीफ़ है। इसराईल पर हम्मास के राकेट हमलों से तीन शहरी बाशमोल दो इसराईली और एक थाईलैंड का कारकुन और जंग के दौरान 32 इसराईली फ़ौजी हलाक हो गए हैं। ईरान इसराईल के वजूद को तस्लीम नहीं करता और इस के ख़िलाफ़ जंग करने वाले फ़लस्तीनी इस्लामी ग्रुप्स की ताईद करता है।
इसराईल ईरान पर इल्ज़ाम आइद करता है कि उस ने ग़ाज़ा के अस्करीयत पसंदों को फ़ज्र – 5 मिज़ाईलस फ़राहम किए हैं जो 75 किलोमीटर तक वार कर सकते हैं। इन का मक़सद इसराईल से जंग के दौरान इस के ख़िलाफ़ इस्तेमाल है लेकिन पासदारने इन्क़िलाब ईरान के जेनरल मुहम्मद अली जाफरी ने कहा कि अब वक़्त आ गया है कि मिज़ाईल्स नहीं बल्कि उन की टेक्नोलॉजी फ़लस्तीनीयों को फ़राहम की जाए।