मुल्क में फ़सताई ताक़तों को इक़तिदार से दूर रखने अक़लियतों में इत्तेहाद वक़्त की अहम ज़रूरत है। दलित , मुस्लिम और ईसाई इत्तेहाद के लिए रोज़नामा सियासत की एक अर्सा कोशिश जारी हैं।
इन ख़्यालात का इज़हार आमिर अली ख़ान न्यूज़ एडीटर सियासत-ओ-क़ाइद वाई एस आर सी पी ने किया। उन्होंने इंदिरा पार्क पर ईसाई ,अकलियत के एक एहतेजाजी प्रोग्राम को मुख़ातब किया।
मुल्क खासतौर पर रियासत में ईसाई पादरियों और अक़लियतों पर हमलों के ख़िलाफ़ ईसाई मिशनरीज़ ने एहतेजाज मुनज़्ज़म किया था जिस में दलित तनज़ीमों के अलावा मुस्लिम तनज़ीमों ने शिरकत की।
मुंबई में अनोहेआ नामी सॉफ्टवेर मुलाज़िमा के अग़वा और क़त्ल की सख़्त मज़म्मत की गई है। आमिर अली ख़ान ने अपने ख़िताब में कहा कि फ़िर्कापरस्त ताकतें मुल्क की सालमीयत के लिए ख़तरा बन गई हैं।
उन्होंने हिंदूतवा ताक़तों को तन्क़ीद का निशाना बनाया और कहा कि दलित मुस्लिम और ईसाई इत्तेहाद से ख़ाइफ़ हिंदूतवा ताकतें इस इत्तेहाद को कमज़ोर करने की कोशिश कर रही हैं और मुसलमानों के बाद अब ईसाई अकलियत पर क़ातिलाना हमले उनकी साज़िश का हिस्सा है।
उन्होंने कहा कि दलित , मुस्लिम और ईसाई अकलियत का इत्तेहाद मुल्क की सियासी मुस्तक़बिल का फैसला करसकता है और इस बात से हिंदूतवा ताकतें बख़ूबी वाक़िफ़ हैं और इत्तेहाद को कमज़ोर करने हमलों की साज़िश की जा रही है।
आमिर अली ख़ान ने कहा कि हिंदुस्तान दुनिया भर में बाज़ तहज़ीब और मज़ाहिब-ओ-तमद्दुन की आला मिसाल है और इतने सारे मज़ाहिब-ओ-तहज़ीबों के बावजूद अमन का अलमबरदार मुल्क फ़सताई ताक़तों की साज़िशों को कामयाब होने नहीं देगा।
उन्होंने कहा कि फ़िर्कापरस्त फ़सताई ताक़तों को ये ख़ौफ़ हैकि वो अक़लियतों के इत्तेहाद से मोदी को वज़ीर आज़म नहीं बना सकते ।