एक अजीब-ओ-ग़रीब वाक़िया में एक बेटे ने अपने बाप और एक दीगर शख़्स को सिर्फ़ इस लिए क़त्ल कर दिया ताकि हुकूमत उत्तरप्रदेश की जानिब से फ़िर्कावाराना फ़सादात में हलाक होने वालों केलिए मालना मुआवज़ा हासिल किया जा सके।
बेटे ने इस दोहरे क़त्ल को फ़िर्कावाराना रंग देने की कोशिश की। पुलिस ने बताया कि एक रिटायर्ड फ़ौजी चंद्रपॉल सिंह और स्वराज नामी दो अश्ख़ास सहारनपूर डिस्ट्रिक्ट के बडगाऊ में 2 अक्टूबर को मुर्दा पाए गए थे। इबतिदाई तौर पर पुलिस ने यही अंदाज़ा लगाया कि दोनों मुज़फ़्फ़रनगर और आस पास के इलाक़ों में फूट पड़े फ़िर्कावाराना फ़सादात में मारे गए जिस में जुमला हलाकतों की तादाद 63 बताई गई थी।
ताहम तहक़ीक़ात के बाद ये इन्किशाफ़ हुआ कि चंद्रपॉल सिंह को उसके ही नौजवान बेटे जोगिंदर ने गोली मार कर हलाक कर दिया ताकि हुकूमत से 10 लाख रूपियों के मुआवज़ा के इलावा मक़्तूल की इंशोरंस पालिसी के 15 लाख रुपये का भी हक़दार बन सके।
अफ़सोस की बात ये है कि पुलिस को चकमा देने में जोगेंद्र की माँ ने भी उसका साथ दिया और इद्दिआ किया कि पड़ोसी गाव के कुछ लोगों ने फ़िर्कावाराना फ़सादात के दौरान चंद्रपॉल को हलाक कर दिया। तहक़ीक़ाती ओहदेदारों ने बताया कि जोगिंदर ने इस क़त्ल को फ़िर्कावाराना फ़सादात से मरबूत बताने केलिए जाये वारदात पर एक टोपी भी रख दी जो आम तौर पर मुसलमान इस्तिमाल करते हैं।