फ़िर्कापरस्त ताक़तों के बाइस शहर के अमन को ख़तरा: पुलिस चौकस

रियासत के बदलते सियासी हालात और तेलंगाना के ताल्लुक़ से हर रोज़ एक नई बात ना सिर्फ़ सियासी क़ाइदीन बल्कि पुलिस के लिए भी उलझन का बाइस बनी हुई है।

एसे हालात में जबकि बाबरी मस्जिद शहादत की 22 वीं बरसी 6 दिसमबर को है, फ़िर्कापरस्त ताक़तों से शहर के अमन को ख़तरा तसव्वुर किया जा रहा है और पुलिस की तहक़ीक़ाती एजेंसीयां इस तरफ अपनी भरपूर तवज्जा मर्कूज़ किए हुए है।

ख़ुद पुलिस कमिशनर का मानना है कि शहर के हालात को ख़तरा लाहक़ होसकता है और इस सिलसिले में पुलिस ने तैयारीयों का आग़ाज़ कर दिया है और ज़ाइद मर्कज़ी नियम फ़ौजी दस्तों की शहर में आमद शुरू होगई है।

एक तरफ़ बाबरी मस्जिद शहादत की बरसी और दूसरी तरफ़ मर्कज़ के किसी भी फ़ैसले को बुनियाद बनाकर मुफ़ाद परस्त ताक़तें शहर के अमन-ओ-अमान को तबाह करसकते हैं और सदीयों से चले आरहे भाई चारा के माहौल को बिगाड़ने की कोशिश करसकते हैं ताकि अपने मुफ़ादात को पूरा किया जा सके और समाज में फूट डालते हुए अपने मुफ़ादात की तकमील करसकें। सिटी पुलिस ने भी एसे हालात पर तवज्जा मर्कूज़ की है और हर गोशे पर अपनी नज़र रखे हुए है।

सिटी पुलिस को फ़िर्कावाराना माहौल ख़राब करने की इत्तेलाआत मौसूल हुई हैं और पुलिस का मानना है कि चंद मुफ़ाद परस्त ताक़तें इस तरह की साज़िश करसकती हैं।

इस ख़सूस में सिटी पुलिस कमिशनर ने शहर में इमतिनाई अहकाम नाफ़िज़ करदिए जो 5 दिसमबर से 8 दिसमबर तक नाफ़िज़ रहेंगे। इस दौरान किसी भी किस्म के एहतेजाज, रयालयों, धरने और जश्न की इजाज़त नहीं दी गई है।