वज़ीर-ए-आला जम्मू-ओ-कश्मीर उमर अबदुल्लाह ने आज एक अहम ब्यान देते हुए कहा कि उन्हें इस अत की पूरी तवक़्क़ो है कि रियासत में मुसल्लह अफ़्वाज के ख़ुसूसी इख़्तेयारात (AFSPA) ऐक्ट ख़तम कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि वो इस का मुतालिबा एक अर्सा से करते आ रहे हैं, लेकिन इस दरमयान फ़ौजी सरबराह जनरल वी के सिंह का तनाज़ा सामने आ गया।
लिहाज़ा अब इस ऐक्ट की बर्ख़ास्तगी मज़कूरा तनाज़ा की यकसूई के बाद ही अमल में आ सकती है। एक तक़रीब में शिरकत करते हुए वहां मौजूद अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि जनरल वी के सिंह का तनाज़ा जैसे ही सर्द पड़ेगा, AFSPA की बर्ख़ास्तगी का अमल शुरू हो जाएगा ।
हालाँकि गुज़श्ता साल से ही वो रियासत में AFSPA की ख़बरों की बर्ख़ास्तगी के लिए सरगर्म हैं जिस पर फ़ौज ने अपनी तशवीश का भी इज़हार किया था। लिहाज़ा अब ये भी ज़रूरी हो गया है कि फ़ौज की गै़र ज़रूरी तशवीश दूर करने के लिए उनसे दो बद्दू मुलाक़ात की जाए लेकिन फ़ौज ने इस मुआमला में कोई दिलचस्पी नहीं दिखाई।
अब आप देखिए कि फ़ौज ख़ुद अपने दाख़िली मसाइल में उलझ कर रह गई है ।उन्होंने एक बार फिर वज़ाहत करते हुए कहा कि AFSPA की बर्ख़ास्तगी का मुतालिबा सयासी नौईयत का नहीं है बल्कि ला और लॉजिक (क़ानून और मंतिक़) से मरबूत है। कश्मीर पर मुसालहत कारों की रिपोर्ट पर अपना तब्सिरा पेश करते हुए उमर अबदुल्लाह ने कहा कि रिपोर्ट को सर दिखाने की नज़र नहीं करना चाहीए क्योंकि इससे यही ज़ाहिर होगा कि मुसालहत कारों के पैनल को 2010 में हुए ज़बरदस्त एहतिजाज के बाद तशकील दिया गया था।