‘राजा भैया के आगे सब चूहे की तरह हैं’

देवरिया, 05 मार्च: शौहर के बेरहम कत्ल से बेजार सीओ जियाउल हक की बीवी परवीन आजाद बार-बार बेसुध हो जाती हैं। वज़ीर ए आला उनको ढांढस बंधाने पहुंचे और उनकी तमाम मांगें मान भी लीं लेकिन शौहर के कातिलो को सजा दिलाए बगैर उन्हें चैन कहां। बार-बार बोल उठती हैं-‘राजा भैया कातिल है, कुंडा में राजा भैया की मर्जी के बिना पत्ता भी नहीं हिलता। वहां का पुलिस-प्रशासन बिका हुआ है। सब चूहे की तरह हैं।’ लंबी लड़ाई का शारा देते हुए परवीन कहती हैं, ‘इंसाफ मिलने तक मैं चुप नहीं बैठूंगी।’

गम के समंदर में डूबीं परवीन मीडिया के सामने बेहद संजीदगी से पेश आती हैं। वे कहती हैं, ‘राजा कुंडा में हो तो हर अफसर को उनके दरबार में जी-हुजूरी के लिए दस्तक देनी होती है। सीओ ऐसा न करके शुरुआत में ही निशाने पर आ गए थे। वह कई जांच कर रहे थे, जिसे राजा भैया के लोग अपने हिसाब से घुमाना चाहते थे। मगर उन्हें यह सब मंजूर नहीं था।

कुंडा जाने के बाद वह कई मरतबा बता चुके थे कि यहां राजा की मर्जी के बिना कुछ नहीं होता। ..और वह वर्दी पहनकर उनके हिसाब से कर नहीं सकते।’ सुबह से लेकर शाम तक आने-जाने वाले लोगों से अपनी आप को साझा करती परवीन कई बार बेसुध हुईं। लोग उन्हें संभालते, वह सचेत होतीं तो फिर अपने शौहर के कत्ल की रट।

बकौल परवीन, ‘सीओ ( नके शौहर) की साजिशन कत्ल हुआ है। उनके दोनों पैर में एक ही जगह गोली मारी गई। गांव वाले इस तरह नहीं मार सकते। भीड़ कभी जान से नहीं मारती। उन्हें राड से मारा गया.. घसीट-घसीट कर मारा गया। लाश को देखने से लगा कि बांधकर पीटा गया है। सिर, पैर और सीने में जिस तरह गोली मारी गई, वह कत्ल की नीयत से ही थी। अभी तक उनकी रिवाल्वर और मोबाइल गायब है।

उनकी नाभि और सिर में मिट्टी लगी थी। मारने के बाद चार-पांच घंटे तक वहीं मिट्टी में छोड़ दिया गया। कोई भी समझ सकता है कि ..। मैं प्रतापगढ़ पहुंची तो कोई सही जवाब देने वाला नहीं था। सब ऊपर से दबाव में थे। पुलिस के आरटी सेट पर पल-पल की रिपोर्ट होती है।..वहां घंटों सब कुछ होता रहा पुलिस वाले गायब रहे।..यह साजिश नहीं तो क्या है?’

राजा भैया के इस्तीफे, वज़ीर ए आला की मुलाकात और 50 लाख के मुआवजे के बाद कई लोगों को इस बात की उम्मीद थी कि परवीन शायद नरम पड़ जाएंगी। मगर सीएम के वहां से हटते ही साफ हो गया कि वह इंसाफ के लिए वह लंबी लड़ाई को तैयार हैं। उन्होंने सीएम के जाते ही दुहराया कि राजा भैया की गिरफ्तारी होनी चाहिए। कत्ल की सीबीआई जांच होनी चाहिए।

बकौल परवीन, मैंने अपनी मांगें न सिर्फ सीएम को जुबानी बताई है बल्कि लिखकर भी दिया है। इंसाफ मिलने तक मैं चुप बैठने वाली नहीं।’