तेलंगाना के नालगोंडा जिले के तिरूमलगिरी गांव में टीचर की हैवानियत का एक और मामला सामने आया है। जहां टीचर के की तरफ से बुरी तरह से पीटे जाने के बाद एक छह साल के बच्चे की मौत हो गई। ये बच्चा पहली क्लासमें पढ़ता था और अंग्रेजी ना बोलने की वजह से टीचर ने उसे बुरी तरह पीटा।
इस हादसे के बाद गांव के लोगों में गुस्सा बढ़ता देख इलाके में पुलिस सेक्युरिटी बढ़ा दी गई है। गांव वालों ने इस मामले में स्कूल के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
मामले की इत्तेला मिलते ही पुलिस आफीसर मौके पर पहुंचे, जहां बच्चे के मां-बाप और साथी गांव वाले लाश को लेकर स्कूल गेट के बाहर धरना दे रहे थे। उन्होंने कहा कि जब तक स्कूल के प्रिंसीपल और क्लास टीचर को गिरफ्तार नहीं की जाती वो कहीं नहीं जाएंगे।
खबरों के मुताबिक चंदू को उसकी टीचर ने हफ्ते के रोज़ अंग्रेजी ना बोलने पर बुरी तरह से पीटा और उसका सर दिवार को दे मारा। जिसकी वजह से चंदू के सर पर अंदरूनी चोट आई। वहीं घर पहुंचने के बाद चंदू की हालत काफी बिगड़ गई और उसे हैदराबाद में एक हॉस्पिटल में शरीक कराया गया, जहां इतवार के रोज़ बच्चे की मौत हो गई।
Child Rights Protection Committee की सदर अनुराधा राव ने कहा, “टीचर को उम्रकैद की सजा मिलनी चाहिए।” साथ ही उन्होंने मुतास्सिर बच्चे के खानदान वालों के लिए मुआवजे और स्कूल की मज़ूरी को रद्द करने की भी मांग की है।