अंग्रेज़ी फिल्मों को हिन्दी में डब करने का चलन

मुंबई, ०२ नवंबर ( एजेंसीज़) जेम्स बांड 007 की नई फ़िल्म स्काई फ़ाल पूरे हिंदूस्तान में एक साथ रीलीज़ हो रही है और अब अंग्रेज़ी फिल्मों के लिए एक नया चलन भी फ़ैशन बन गया है यानी तेलगू बोलने वाले इलाक़ों और हिन्दी बोलने वाले इलाक़ों में अलग अलग डब की हुई कापी रीलीज़ की जाती है ।

अंग्रेज़ी ज़बान की फ़िल्म को तेलगू और हिन्दी में डब करने से अंग्रेज़ी से नाबलद शायक़ीन भी फ़िल्म से लुत्फ़ अंदोज़ होते हैं । ये सिलसिला अब रुकने वाला नहीं है । अलबत्ता ये बात भी अपनी जगह मुस्लिमा है कि हर फ़िल्म को हिन्दी और तेलगू में डब नहीं किया जाता ।

सिर्फ़ इन फिल्मों को डब किया जाता है जो मक़बूल आम हो जैसे कोई हॉरर फ़िल्म या फिर जेम्स बांड फ़िल्म । मुंबई में भी कुछ अर्सा क़बल तक अंग्रेज़ी फिल्मों को मराठी ज़बान में डब किए जाने का चलन मौजूद नहीं था लेकिन जब डिस्ट्रीब्यूटर्स ने देखा कि डब की हुई फ़िल्म से उन्हें ख़ूब आमदनी हो रही है तो उन्होंने फिल्मों की डबिंग का सिलसिला शुरू किया ।

बहरहाल अब अंग्रेज़ी फिल्मों की रसाई ( पहुँच) भी गावँ गावँ तक हो चुकी है । गाँव के सादा लौह अफ़राद पहले अंग्रेज़ी फिल्मों को गंदी फिल्में कह कर नहीं देखते थे लेकिन आज हिन्दी और तेलगू फिल्मों की अदाकारा अंग्रेज़ी फ़िल्म की अदाकारा से ज़्यादा जिस्म की नुमाइश करती हैं ।

बाअज़ ( कुछ) अंग्रेज़ी फिल्में तो इतनी साफ़ सुथरी होती हैं कि उन्हें पूरे ख़ानदान के साथ बैठ कर देखा जा सकता है ।