अंजाम देने के फिराक में उग्रवादी

गढ़वा 1 जुलाई : नगर उंटारी थाना इलाके के जंगल में गुजिस्ता एक पखवारे से वर्दी पोश उग्रवादियों का जमावड़ा लगा है। लोग डरे हैं। मुमकिन है की वे किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की मंसूबा बना रहे हैं। तकरीबन 30-35 की तादाद में हथियारबंद उग्रवादी झूमरी से गरबांध तक के जंगल में बेखौफ घूम कर रहे हैं। गुजिस्ता 27 व 28 जून को तीन मुश्तबा ख्वातीन को दोपहर में जिला अस्पताल की छत पर टहलते हुए देखा गया। इसमें एक खातून वर्दी में थी।

जबकि दो ने साड़ी पहन रखी थी। आयनी शहेदिन ने बताया कि तीनं वर्दी पोश ख्वातीन जुनुबी सिम्त से आई और जिला अस्पताल की चाहरदीवारी को फांदकर अस्पताल अहाते में दाखिल कर गई। चारों तरफ घूमने के बाद छत पर चढ़कर एसडीपीओ रिहायिस की तरफ देख रही थी। ज़ेरे तामीर अस्पताल ईमारत की छत पर भी तीनों ख्वातीन पहुंचीं और घूम-घूमकर आसपास का मुआयना किया। फिर चहारदीवारी फांदकर जुनुबी सिम्त की तरफ निकल गई।

अस्पताल अहलकारों की तरफ से इसकी इत्तेला एसडीपीओ रिहायिस को दी गई है। इन मुश्तबा ख्वातीन को उग्रवादियों से जोड़कर देखा जा रहा है। बताया जाता है कि जंगल में घूम रहे वर्दी पोश उग्रवादी के दस्ता में ख्वातीन भी शामिल हैं। अस्पताल में घूम रही मुश्तबा ख्वातीन से कोई कुछ पूछता तो वह आंखें गुरेड़ती थी और उसकी जुबान लोगों को समझ में नहीं आ रहा था। मुश्तबा ख्वातीन की बोलचाल की जुबान से वाजेह था कि वह बाहर की थीं। ख्वातीन की इस चहलकदमी के बाद अस्पताल अहलकारों में खौफ फैली है।

अस्पताल अहलकार किसी अनहोनी की वारदात से खौफजदा हैं। इधर थाना इंचार्ज अरविंद कुमार ने बताया कि मुश्तबा ख्वातीन के जिला अस्पताल अहाते में घूमने की इत्तेला मिली है। एक खातून के वर्दी में होने की इत्तेला गलत है। ये ख्वातीन अस्पताल की छत पर नहीं गई हैं। उन्होंने कहा कि इलाके में कहीं भी उग्रवादी के होने की इत्तेला नहीं है।