अंजुमन इसलामिया रांची का इंतिख़ाब आज मुनक्कीद हुआ। इस इंतिख़ाब में वोटरों का जोश व खरोश देखने के लाइक था। हा आने वाला सख्स यही कह रहा था के जिस तरह से अंजुमन इसलामिया का इंतिख़ाब बरसों बाद तकरीबन 18 साल बाद हो रहा है। इस ने तमाम लोगों को एक प्लेटफोरम पर ला खड़ा करने में काफी अहम किरदार निभाया है। सदारती ओहदे के उम्मीदवार हाजी मोहम्मद इकबाल, इबरार अहमद, जमील खान, हाजी आज़ाद ने कहा है के आज का इंतिख़ाब मुसलमानों के इत्तिहाद व इत्तिफ़ाक़ के लिए एक टर्निंग पॉइंट साबित होगा।
मजकुरह सभी उम्मीदवारों ने अपनी अपनी जीत का दावा करते हुये कहा के वो इस इंतिख़ाब में जीत कर आएंगे तो अंजुमन इसलामिया के इस वकार को फिर से ज़िंदा और बहाल करेंगे, जो कभी इंजुमन इसलामिया का हुआ करता था। आज का इनतिखाब से ये बात भी सामने आ गयी है के अब रांची के मुसलमानों में काफी बेदारी आ चुकी है। इस का नतीजा है के आज़ यहाँ पर शहर और पंचायती हल्कों से मेंबरान वोटिंग के लिए और अपनी हक़ रायदेही का इस्तेमाल करने के लिए यहाँ जमा हुये।
हाजी मोहम्मद आज़ाद ने कहा अब तक वोटिंग का जो सिलसिला है वो काफी इतमीनान बख्श है। तकरीबन शाम 3:30 बाजे तक 75 फीसद वोटिंग हो चुकी थी। चुंके अंजुमन इसलामिया का इंतिकाबात 18 साल बाद हो रहा है। यही वजह है के उम्मीदवारों के साथ साथ वोटरों में भी काफी जोश व खरोश पाया गया। पुरअमन और साफ व श्फ़ाफ तरीके से वोटिंग को लेकर इंतिज़ामिया की जानिब से सेक्युरिटी के खास इंतिज़ामत किए गए थे। किसी भी सख्स को बेगैर कार्ड दिखाये अंडा नहीं जाने दिया जा रहा था।