अंजुमन फ़्रोग उर्दू के जेरे एहतेमाम बेदारी मुहिम जल्द

अंजुमन फ़्रोग उर्दू के जेरे एहतेमाम बहुत जल्द बेदारी मुहिम की शुरवात की जा रही है। क्योंकि बिहार में उर्दू दूसरी सरकारी ज़ुबान होने के बावजूद सरकारी दफ्तर में इसके नफ़ाज़ की लिए अमली इकदिमात किए जाने के पेश नज़र ठोस कारवाई नहीं की जा रही हैं। हालांकि हल्का अदब बिहार के जेनरल सेक्रेटरी और मशहूर अफसाना निगार फख़रुद्दीन आरफ़ी और हल्का अदब बिहार के सदर मशहूर सहाफ़ि एसएम अशरफ फरीद ने उर्दू की तरक़्क़ी के लिए न सिर्फ कामयाबी के लिए कोशिश की हैं बल्कि रियासत के दीगर अजला में बड़े पैमाने पर इसकी नफ़ाज़ के लिए अमली इकदमात की शुरुवात की है। इन दोनों ने जिस तरह से उर्दू के जायज मुतालिबात की पेश नज़र प्रेशर ग्रुप बना कर उर्दू की तरक़्क़ी में जो रोल अदा किया है वो कबीले तहसीन कदम है।

इस सिलसिले में मशहूर समाजी कारकुन शकील खान, एजाज खान व दीगर लोगों ने कहा की इसमें कोई शक नहीं की अंजुमन फ़्रोग उर्दू ने उर्दूदां की सही नुमायंदगी की है क्योंकि अब तक जितनी भी तंजीमो ने उर्दू के नाम पर काम करने की यकीन दिहानी कराई लेकिन जमीनी सतह पर अंजुमन फ़्रोग उर्दू ने ही उर्दू दोस्ती का हक़ अदा किया है। उन्होने कहा की फख़रुद्दीन आरफ़ी और एसएम अशरफ फरीद ने साबिक़ वजीर आला नीतीश कुमार से भी उर्दू की तरक़्क़ी के लिए कई मर्तबा तबादीला ख्याल किया और मौजूदा वजीरे आला जीतन राम मांझी से भी इस सिम्त में ठोस कार्रवाई का मुतालिबा कर चुके हैं जिसके लिए उर्दू आबादी उन दोनों की मशकूर व ममनून है। मिस्टर शकील खान ने कहा की हमें यकीन है की अंजुमन फ़्रोग उर्दू बिहार में उर्दू तरक़्क़ी को यक़ीनी बना कर उर्दू को रोज़ी-रोटी से जोड़ने में कामयाब हासिल करेगी।