नई दिल्ली। उत्तर कोरिया के तानाशाह जनरल किम जॉन्ग उन ने अमेरिका पर 15 साल पहले हुए 9/11 से भी ज्यादा भयानक हमला करने की धमकी दी गई है। आईबीएन खबर के अनुसार उत्तर कोरिया ने अपने दुश्मन नंबर -1 अमेरिका को सबसे भयानक धमकी दी है। ये धमकी उसके अखबार में आग उगलते शब्दों में दिख रही है, ये धमकी उसके प्रचार वीडियो में दिख रही है। वो वीडियो, जिसमें उत्तर कोरिया व्हाइट हाउस और पेंटागन को विस्फोट से उड़ाते हुए गर्व से अपना सीना ठोक रहा है। वहां के सैनिक तानाशाह जनरल किम जॉन्ग उन के इशारे पर उत्तर कोरिया के सरकारी अखबार डीपीआरके टुडे ने अमेरिका का 15 साल पुराना जख्म बुरी तरह कुरेद दिया है। ये जख्म 9/11 का भयानक हमले का है।
उसने साफ कहा है कि 9/11 के हमले के बुरे सपने अमेरिका को आज भी आते हैं, लेकिन जब वो हमला करेगा तो अफसोस करने या मातम करने का वक्त भी नहीं मिलेगा। ये धमकी उत्तर कोरिया के सरकारी अखबार में छपी है। उसमें यहां तक कहा गया है कि अमेरिका को इतिहास के नक्शे से ही मिटा दिया जाएगा।
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जॉन्ग उन ने अमेरिका पर 9/11 से भी बड़ा हमला करने की महाधमकी दी। एक ऐसा हमला जो अमेरिका को इतिहास के नक्शे से मिटा देगा। उत्तर कोरिया के सरकारी अखबार डीपीआरके टुडे के मुताबिक हमारी अंतिम जंग छिड़ी तो अमेरिका इतिहास के पन्ने से मिटा दिया जाएगा। याद रखना, अमेरिका को अफसोस करने या बुरे सपने देखने का वक्त तक न मिलेगा। उत्तर कोरिया का सरकारी अखबार डीपीआरके टुडे के मुताबिक सिर्फ तीन मामूली नागरिक विमानों ने अमेरिका को हरा दिया था। वो पूरी दुनिया को मुंह दिखाने लायक नहीं बचा था। उसे भयानक मानसिक और आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा था। अमेरिका को अपने मिसाइल डिफेंस सिस्टम (THAAD) पर इतराना नहीं चाहिए क्योंकि उत्तर कोरिया के हथियारों के आगे ये सिस्टम बेअसर हो जाएगा।
बताया जा रहा है कि उत्तर कोरिया ने हाल ही में तीन स्टेज के रॉकेट का कामयाब परीक्षण किया है। उसने 2012 में ये दावा भी किया था कि उसके रॉकेट ने अंतरिक्ष में एक संचार उपग्रह भी छोड़ा है। हालांकि, अमेरिका समेत कई मुल्कों का मानना है कि ये फर्जी सैटेलाइट है, जिसमें कोई सिग्नल नहीं आते। लेकिन कहा जा रहा है कि ये सैटेलाइट जितना भारी था उतना ही भार एक परमाणु बम का होता है, और उत्तर कोरिया अगर अपने रॉकेट से वो उपग्रह अंतरिक्ष में पहुंचा सकता है तो उसी रॉकेट से वो मिसाइल बनाकर हजारों किलोमीटर दूर परमाणु बम भी गिरा सकता है।