नई दिल्ली: चुनावों के प्रचार में जुटी कांग्रेस और उनके इलेक्शन स्ट्रैटजिस्ट प्रशांत किशोर के बीच दूरियां बढ़ने की खबरें सामने आ रही हैं। कहा जा रहा है कि भले ही कांग्रेस ने प्रशांत को यूपी और पंजाब इलेक्शन के लिए स्ट्रेटजी बनाने का जिम्मा दिया हो, लेकिन उनको काम करने की आजादी न मिलने से प्रशांत नाराज हैं और इसलिए वो जल्द ही कांग्रेस का साथ छोड़ सकते हैं। कांग्रेस ने प्रशांत को यूपी और पंजाब इलेक्शन के लिए जिम्मेदारी दी है। बता दें कि प्रशांत लोकसभा इलेक्शन में मोदी और बिहार असेंबली में नीतीश को कामयाबी दिला चुके हैं। बिहार चुनाव के बाद खुद राहुल गांधी ने प्रशांत को कांग्रेस के लिए किया था। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस के कई नेता प्रशांत की मदद नहीं कर रहे हैं। ये लोग उन्हें बाहरी मानते हैं और प्रशांत के काम में दखलंदाजी करते हैं। प्रशांत ने कहा कि राहुल या प्रियंका गांधी को यूपी इलेक्शन के लिए सीएम कैंडिडेट प्रोजेक्ट किया जाना चाहिए।
सूत्रों के मुताबिक, किशोर को राहुल और प्रियंका का समर्थन हासिल है लेकिन इसके बावजूद उन्हें वॉर्निंग दी जा रही है। जब किशोर ने राहुल या प्रियंका को सीएम कैंडिडेट बनाने की मांग उठाई तो कांग्रेस स्पोक्सपर्सन शकील अहमद ने कहा कि किशोर को इलेक्शन स्ट्रैटजिस्ट बनाया गया है। लेकिन उनका ऑर्गनाइजेशन और टिकट बंटवारे में कोई रोल नहीं हैं।