अंदरून पाँच यौम मुल्क की परीमय‌र ट्रेनों के किरायों में दुबारा इज़ाफ़ा

ऐसा मालूम होता है कि महकमा रेलवेज़ को अब किराए बढ़ाने का चस्का लग चुका है। मुसाफ़िर ट्रेन किरायों में 7 अक्टूबर को 2 फ़ीसद का इज़ाफ़ा किया गया था लेकिन शायद इससे महकमा की तश्फ़ी नहीं हुई और इस तरह मुल्क की शानदार और परीमय‌र ट्रेनों जैसे राजधानी , शताब्दी और डू रिंटू ट्रेनों के किरायों में 25 ता 27 रुपये का मज़ीद इज़ाफ़ा किया गयाहै जिसे ट्रेन में सरबराह किए जाने वाले खाने की क़ीमतों में इज़ाफ़ा से ताबीर किया जा रहा है।

महकमा रेलवेज़ की जानिब से कुछ चुनिंदा ट्रेनों के किरायों में ये दूसरा इज़ाफ़ा है जबकि पहले इज़ाफ़ा को सिर्फ़ पाँच रोज़ हुए हैं। वज़ाहत यही की जा रही है कि परीमय‌र ट्रेनों के किरायों में कोई इज़ाफ़ा नहीं किया गया है सिर्फ़ सरबराह की जाने वाली ग़िज़ा पर कुछ इज़ाफ़ा कियागया है जो लाज़िमी बात है कि टिकट चार्जस में ही शुमार किया जाता है।

रेलवे ओहदेदारों का ख्याल‌ है कि ट्रेनों में सरबराह की जाने वाली ग़ज़ा पर गुजिश्ता 14 साल से कोई इज़ाफ़ा नहीं किया गया है आदाद-ओ-शुमार के मुताबिक़ रेलवेज़ इन ट्रेनों में सालाना 3.3 करोड़ प्लेट्स (meals) सरबराह करता है जिसका नतीजा ये हुआ है कि अब AC II , AC III और चेयर कार की टिक्टों में 25 रुपये फ़ी टिकट इज़ाफ़ा होगा। जिन मुसाफ़िर यन ने किरायों में इज़ाफ़ा से पहले टिकट बुक करवाया है उन्हें सफ़र के दौरान टी सी को किराए के फ़र्क़ की रक़म अदा करनी होगी।