अंसारी परिवार को मिला बसपा का साथ

उत्तर प्रदेश के बाहुबली अंसारी बंधु औपचारिक तौर पर मायावती की पार्टी बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो गये। कई दिनों से सियासी गलियारे में ये चर्चा जोरो पर थी कि मुख्तार अंसारी परिवार हाथी की सवारी करेगा। आज बीएसपी मुखिया मायावती ने इसका औपचारिक ऐलान कर दिया। इसके साथ ही मायावती ने परिवार के तीन लोगों को बीएसपी का टिकट भी थमा दिया।

अखिलेश यादव ने अंसारी परिवार को चुनावी टिकट नहीं दिया तो चुनाव से ठीक पहले उन्होंने मायावती का दामन थाम लिया है। 6 महीने पहले ही उन्होंने अपनी पार्टी कौमी एकता दल का विलय समाजवादी पार्टी में किया था। शिवपाल यादव उनकों समाजवादी पार्टी में लेकर आए थे। माना जाता है कि उनकी वजह से ही मुलायम परिवार में फूट की नींव पड़ी।

प्रेस वार्ता को सम्बोधित करते हुए मायावती ने कहा कि अपनी सरकार के दौरान मैंने शातिर अपराधियों की बुरी संगत में पड़े लोगों को भी सुधारने का पूरा प्रयास किया। यह भी ध्यान रखा कि किसी भी समाज या किसी भी धर्म के प्रभावशाली व्यक्ति के उसके किसी विरोधी द्वारा जबरदस्ती गंभीर आरोप लगाकर जेल भिजवा दिया है, तो उन्हें इंसाफ दिलाने की मेरी सरकार ने पूरी कोशिश की है।

इस दौरान मुख्तार के भाई अफजाल अंसारी ने कहा कि उन्हें ​समाजवादी पार्टी और मुलायम सिंह यादव ने धोखा दिया। सीट देने का ऐलान करने के बाद उन्हें मना कर दिया गया। जब उन्हें समर्थन की जरूरत थी तो हमने हस्ताक्षकर करवा लिए बाद में मना कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि मुलायम सिंह यादव ने खुद व्यक्तिगत तौर पर और सावर्जनिक तौर पर कहा है कि अखिलेश मानसिक रूप से अल्पसंख्यकों का विरोधी है।