हैदराबाद 03 जुलाई: हुकूमत तेलंगाना ने रमज़ान उल-मुबारक बड़े पैमाने पर मनाने का फ़ैसला किया है। आम रिवायत से हट कर दावते इफ़तार को ग़ैर मर्कूज़ कर दिया जाएगा।
मसाजिद के अइम्मा किराम और मोज़नीन को हर माह 1,000 रुपये देने के अलावा ग़रीबों में 26 करोड़ रुपये मालियती मलबूसात की तक़सीम-ए-अमल में लाई जाएगी।
चीफ़ मिनिस्टर मिस्टर के चन्द्रशेखर राव ने कहा कि साबिक़ा हुकूमतें माह रमज़ान के दौरान रिवायती अंदाज़ में एक या दो दावते इफ़तार का एहतेमाम करती थीं लेकिन अब 8 जुलाई को निज़ाम कॉलेज ग्रांऊड पर मर्कज़ी दावते इफ़तार के अलावा शहर की तक़रीबन 100 मसाजिद में भी रोज़ादारों के लिए दावते इफ़तार का एहतेमाम किया जाएगा।
उन्होंने चुनाव वादे पूरा करते हुए अइम्मा किराम-ओ-मोज़नीन को माहाना 1,000 रुपये की रक़म फ़राहम करने का भी एलान किया। इस प्रोग्राम के तहत तक़रीबन पाँच हज़ार मसाजिद का अहाता किया जाएगा।
चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि तेलंगाना गंगा जमुनी तहज़ीब का मर्कज़ है। हुकूमत ने रमज़ान उल-मुबारक बड़े पैमाने पर मनाने का फ़ैसला किया है। उन्होंने ज़राए इबलाग़ के नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि 1.95 लाख ग़रीब मुस्लिम ख़ानदानों को ग़िज़ा और मलबूसात फ़राहम किए जाऐंगे।
चीफ़ मिनिस्टर ने बताया कि शहरे हैदराबाद में क़ायम अनीस उलगुरबा के अलावा दुसरे यतीम ख़ानों में ताम का ख़ुसूसी इंतेज़ाम किया जाएगा। तेलंगाना के तमाम ज़िला मुस्तक़रों पर हुकूमत की तरफ से ज़िला कलेक्टरस की निगरानी में दावते इफ़तार मआ ताम का इंतेज़ाम किया जाएगा।
आज ज़िला कलेक्टरस के साथ मुनाक़िदा वीडीयो कांफ्रेंस में इस ताल्लुक़ से ज़रूरी हिदायात जारी की गई हैं। चीफ़ मिनिस्टर ने कहा कि रियासत तेलंगाना में 1.95 लाख ग़रीब अफ़राद की निशानदेही करते हुए इन में फी कस 500 रुपये मालियती मलबूसात तक़सीम किए जाऐंगे।
इसी तरह दावत इफ़तार-ओ-ताम के सिलसिले में 4 करोड़ रुपये सिर्फ़ किए जाऐंगे। अइम्मा किराम-ओ-मोज़नीन की माहाना तनख़्वाह की अदायगी के लिए हर माह एक करोड़ रुपये के मसारिफ़ आइद होंगे।