अकबरनगर में सात महादलित बने ईसाई

अकबरनगर के मशरिकी टोला गांव में एक महादलित खानदान के सात लोगों ने मजहब तब्दील कर लिया। लखनऊ (यूपी) के आजमगढ़ से आये रेहान कुमार नामी नौजवान ने इन लोगों का मजहब तब्दील कराया और इनमें से एक खानदान की एक लड़की सुजाता कुमारी से शादी कर ली। इधर मजहब तब्दील करनेवाले मशरिकी टोला के रहने वाले सुनील पासवान ने बताया कि हमलोगों ने अपनी मर्ज़ी से मजहब तब्दील किया है। अपनी बेटी सुजाता से मुतासीर होकर हमलोगों ने मजहब तब्दील करने का फैसला लिया।

सुनील पासवान की बेटी सुजाता के मुताबिक भागलपुर में पढ़ाई के दौरान आजमगढ़ के रेहान से उसकी मुलाकात हुई थी। रेहान इग्नू में नौकरी कर रहा था। दोनों के दरमियान राब्ता बढ़ा, तो रेहान ने ईसाई मजहब के बारे में उसे तफसील से बताया। रेहाने ने उससे शादी का भी परपोजल रखा। इसके लिए उसने सुजाता को ईसाई मजहब अपनाने को कहा। वह सुजाता को लेकर दिल्ली, लखनऊ समेत दीगर जगहों के चर्च में भी ले गया। दौरा कर लौटने के बाद सुजाता ने रेहान से शादी कर ली।

शुरू में वालिदैन ने किया मुखालिफत

मजहब तब्दील कर रेहान से शादी करने के बाद सुजाता जब घर पहुंची, तो उसके वालिदैन ने पहले इसका मुखालिफत किया। बाद में उससे मुतासीर होकर सुजाता के वालिदैन व पूरे खानदान ने भी मजहब तब्दील कर लिया। लड़की की वालिदा राजेश्वरी देवी व वालिद सुनील पासवान ने बताया कि बेटी के साथ जब रेहान का खानदान रिश्ता बन गया, तो ऐसे में उनको साथ छोड़ना मुनासिब नहीं लगा। इसलिए हमलोगों ने भी मजहब तब्दील कर लिया।

सुनील पासवान के खानदान की तरफ से मजहब तब्दील कर लिये जाने की जानकारी मिलने पर गाँव वाले मुश्तईल है। सुनील पासवान ने बताया कि समाज के लोगों ने उनके साथ मारपीट भी की। मामला थाना तक भी पहुंचा। समाज के लोगों ने अवामी जगह पर जाने व रास्ते से गुजरने पर रोक लगा दी। उनके साथ बातचीत करना भी बंद कर दिया है। लेकिन धीरे-धीरे सब आम हो गया।