हैदराबाद 07 सितम्बर:चंद्रायंगुट्टा हमला केस की समाअत के मौके पर रुकने असेंबली अकबरुद्दीन ओवैसी ने नामपल्ली क्रीमिनल कोर्ट में अपना बयान कलमबंद करवाया। गवाह नंबर 20 की हैसियत से गवाही के लिए अकबर ओवैसी अपने चार साथी अरकाने असेंबली अहमद पाशाह कादरी, कौसर, मुमताज़ अहमद ख़ां, मुअज़्ज़म ख़ां के साथ अदालत पहूंचे जहां पर मुहम्मद बिन उम्र याफ़ई अल-मारूफ़ मुहम्मद पहलवान के रिश्तेदारों ने जज से अरकाने असेंबली की मौजूदगी पर एतेराज़ किया जिसके नतीजे में जज ने उन्हें कमरा अदालत से बाहर कर दिया। इस मौके पर पुलिस ने अहाता मेट्रोपोलिटन कोर्टस को पुलिस छावनी में तबदील कर दिया था।अकबर ओवैसी अदालत में बयान के दौरान अपना पेट पकड़ कर तकलीफ़ का इज़हार करते देखे गए।
अदालत में दिए गए अपने बयान में अकबर ओवैसी ने बताया कि 30 अप्रैल को बारकस में मुनाक़िदा एक प्रोग्राम में शिरकत के लिए वो अपने मकान वाक़्ये बंजारा हिलस से सुबह 8.15 पर अपनी जीपसी AP12B8171 से रवाना हुए थे। बारकस पहूंचने के बाद उन्होंने चंद प्रोग्राम इफ़्तेताह वग़ैरा करने के बाद वो क़ब्रिस्तान, बड़ी मस्जिद और बड़ा बाज़ार का मुआइना क्या। इस दौरा में वो कुछ वक़्त जीपसी में सवार थे और कुछ वक़्त पैदल दौरा किया।
उन्होंने बताया कि रुकने असेंबली मलकपेट अहमद बिन अबदुल्लाह बलाला भी इस दौरे में बड़ा बाज़ार में शामिल हो गए और पार्टी कॉर्पोरेटर सलीम बेग, समद बिन अबदाद और दुसरे कॉर्पोरेटरस के साथ कुत्तापेट सलाला पहूंचे जबकि उनके साथी रुकने असेंबली और दुसरे पार्टी कारकुन मोटर क़ाफ़िले में शामिल थे।
अकबर ओवैसी ने अपने बयान में बताया कि जमात अहले हदीस की तरफ से मुनाक़िदा इजतेमा की तैयारीयों का मुआइना करने के लिए वो कुत्तापेट सलाला पहूंच कर वहां का मुआइना किया और वो उनके मुक़ामी पार्टी दफ़्तर वाक़्ये बारकस बालापूर रोड पहूंचे जहां पर उन्होंने 20 ता 30 मिनट गुज़ारा। 11 बजे वो पार्टी दफ़्तर से बाहर निकल कर अपनी गाड़ी में बैठ कर पार्टी ऑफ़िस के लिए रवाना हो रहे थे कि अचानक एक शख़्स हीरो होंडा एक्टिव गाड़ी उनकी जीपसी के रूबरू गिरा दिया और उनका रास्ता रोक दिया। उन्होंने बताया कि हसन बिन उम्र याफ़ई क़स्साब की छुरी से बाएं हाथ पर अचानक हमला कर दिया और मुसलसिल उनके जिस्म के बाएं हिस्से पर मुसलसिल वार करते रहे।
हमले से मुताल्लिक़ तफ़सीलात का बयान कलमबंद करवाते हुए अकबर ओवैसी ने कहा कि अबदुल्लाह बिन यूनुस याफ़ई ने उन पर रीवोलवर से फायरिंग की जिसके नतीजे में उन्हें पेट और नाफ़ के हिस्से में ज़ख़म आया।