अकबर उवेसी की इश्तिआल अंगेज़ तक़ारीर की मुज़म्मत

हैदराबाद। 01 जनवारी: डाक्टर असग़र अली इनजिनिय्रर (मुंबई), स्वामी अग्नी वेश, महिष भट्ट, मज़हर हुसैन (कोवा।हैदराबाद), हामिद मुहम्मद ख़ान (एम पी जे। हैदराबाद), एम मंडल हैदराबाद, इर्फ़ान नजिनिय्रर मुंबई, संदीप पांडे लखनऊ और राम पुनियानी मुंबई ने मजलिस के लीडर अकबर उद्दीन उवेसी की हाल ही में निर्मल टाउन में की गई काबुल एतराज़ तक़रीर की मुज़म्मत की।

एक बयान में इन समाजी जहद कारों ने कहा कि काबिल तेराज़ तक़ारीर और ब्यानात समाज में तक़सीम पैदा करते हैं, अमन को बिगाड़ते हैं और तसादुम-ओ-फ़सादाद का मूजिब बनते हैं जिस के नतीजे में अम्वात होती हैं और अम्वाल-ओ-इमलाक तबाह होती हैं जिस से तमाम अक़्वाम के गरीब अवाम को नाक़ाबिल बयान मुश्किलात का सामना करना पड़ता है।

क़ानूनसाज़ असेंबली के एक ज़िम्मेदार रुकन की इस नवीत की तक़रीर इंतिहाई अफ़सोसनाक और नाक़ाबिल-ए-क़बूल है। इन जहद कारों ने मुतालिबा किया कि हुक्काम को इस मुआमले में सबक़ आमोज़ कार्रवाई करते हुए इस बात को यक़ीनी बनाया जाये कि कहीं भी और किसी के ज़रीये इसे नाक़ाबिल-ए-बर्दाश्त इक़दामात का इआदा ना होने पाए और इस बात को भी यक़ीनी बनाया जाये कि मुल्क में अमन-ओ-हम आहंगी बरक़रार रहे।

उन्हों ने अपने बयान में कहा कि आइन्दा बरस चुनाव हैं और ये तारीख रही है कि इंतिख़ाबी फ़वाइद की ख़ातिर क़ौम को गुमराह करने , फ़िर्कावाराना तसादुम को उकसाया जाता है, हमें ख़दशा है कि फिरका ,परस्त पार्टियों और रजत पसंद ग्रुपों की तरफ से इश्तिआल अंगेज़ ब्यानात दीए जाएंगे और नफ़रत अंगेज़ तक़ारीर किए जाएंगे, इस लिए वो अवाम से अपील करते हैं कि इस तरह की दानिस्ता इश्तिआल अंगेज़ियों पर रद्द-ए-अमल ज़ाहिर ना करें और फिरका परस्त पार्टियों के मकर-ओ-साज़िश का शिकार ना हूँ जो नफ़रत और तशद्दुद की सियासत के ज़रीये इंतिख़ाबी फ़ायदे हासिल करते हैं।

मुख़्तलिफ़ शोबा-ए-हियात से ताल्लुक़ रखने वाले इन क़ाइदीन और समाजी कारकुनों ने कहा कि समाज में इंतिशार फैलाने वाली और जज़बाती तक़ारीर से गुरेज़ किया जाना चाहीए ।

आम तौर पर इंतिख़ाबात से क़बल सयासी फ़ायदा हासिल करने के लिए इसतरह की जज़बाती और फ़िर्कावाराना तक़ारीर का सहारा लिया जाता है जो अफ़सोसनाक है।