अक़लियती बहबूद के लिए हुकूमत आंध्र प्रदेश का बजट नाकाफ़ी

आंध्र प्रदेश हुकूमत ने अक़लियती बहबूद के लिए मालीयाती साल 2014-15 बजट में 370 करोड़ 92 लाख 87 हज़ार रुपये मुख़तस किए हैं।

आंध्र प्रदेश रियासत में 2011 मर्दुमशुमारी के हिसाब से अक़लियतों की आबादी 43.77 लाख है। इस एतेबार से आंध्र प्रदेश हुकूमत का बजट इंतिहाई नाकाफ़ी है जबकि तेलंगाना हुकूमत ने 1000 करोड़ रुपये मुख़तस करने का फ़ैसला किया है।

आंध्र प्रदेश के बजट में मंसूबा जाती मसारिफ़ के तहत 246 करोड़ 72 लाख 40 हज़ार रुपये मुख़तस किए गए जबकि ग़ैर मंसूबा जाती मसारिफ़ के तहत 124 करोड़ 20 लाख 47 हज़ार रुपये रखे गए हैं।

हुकूमत ने जारीया बजट मीटिंग में महिकमा अक़लियती बहबूद के मुतालिबा ज़र पेश करते हुए अपनी तर्जीहात की वज़ाहत की है। हुकूमत आंध्र प्रदेश ने अक़लियतों की तालीमी और मआशी तरक़्क़ी से मुताल्लिक़ इस्कीमात पर ख़ुसूसी तवज्जा मर्कूज़ की है।

मुतालिबात कमिशनरेयट अक़लियती बहबूद के तहत प्रे मेट्रिक , पोस्ट मेट्रिक स्कालरशिप के अलावा मेरिट कम मीन्स स्कालरशिप इस्कीमात पर अमल किया जाएगा।

इन इस्कीमात के तहत जुमला 115 करोड़ रुपये मुख़तस किए गए हैं जिन में मर्कज़ी हुकूमत की हिस्सादारी 100 करोड़ रुपये की है। मुतालिबात ज़र में वज़ीर-ए-क़लीयती बहबूद प्ले रघूनाथ रेड्डी ने कहा कि तालीम और तिजारत के शोबे में अक़लियतों की हिस्सादारी इंतिहाई कम है।

लिहाज़ा हुकूमत ने उन्हें मुख़्तलिफ़ मुराआत फ़राहम करने का फ़ैसला किया है। फ़ीस बाज़ अदायगी इस्कीम के तहत आंध्र प्रदेश के तलबा के लिए 80 करोड़ रुपये मुख़तस किए गए।

अक़लियती तलबा के हॉस्टलस और अक़ामती स्कूलों की तामीर के लिए एक करोड़ 52 लाख रुपयॆ मुख़तस किए गए हैं। अक़लियती फाइनैंस कारपोरेशन के ज़रीये ग़रीब अक़लियती ख़ानदानों की मआशी तरक़्क़ी से मुताल्लिक़ इस्कीमात के सिलसिले में 18 करोड़ 6 लाख 71 हज़ार रुपये मुख़तस किए गए हैं।

अक़लियती ग़रीब ख़ानदानों से बैंकों से क़र्ज़ की फ़राहमी के सिलसिले में 50 फ़ीसद तक सब्सीडी फ़राहम करने की तजवीज़ है। जिस की हद 30,000 रुपये मुक़र्रर की गई है। 40 फ़ीसद रक़म बैंक क़र्ज़ की सूरत में जारी करेंगे जबकि 10 फ़ीसद रक़म इस्तिफ़ादा कनुंदा को अदा करना पड़ेगा। इस इस्कीम के लिए 10 करोड़ रुपये मुख़तस किए गए हैं।

आंध्र प्रदेश क्रिस्चियन फाइनैंस कारपोरेशन के लिए जारीया साल बजट में एक करोड़ रुपये मुख़तस किए गए। वक़्फ़ बोर्ड के ज़रीये मुस्लिम मुतल्लक़ा ख़वातीन की इमदाद और ओक़ाफ़ी जायदादों की तामीर-ओ-मरम्मत के सिलसिले में दो करोड़ रुपये मुख़तस किए गए।

इजतिमाई शादीयों के लिए 50 लाख रुपये और तहफ़्फ़ुज़-ओ-फ़रोग़ उर्दू के लिए उर्दू एकेडेमी एक करोड़ रुपये मुख़तस किए गए। उर्दू घर शादी ख़ानों की तामीर के लिए पाँच करोड़ 25 लाख रुपये बजट में फ़राहम किए गए हैं।

वक़्फ़ जायदादों से मुताल्लिक़ सर्वे की तकमील और रिकार्ड के डीजीटलाईजेशन के लिए 50 लाख रुपये मुख़तस किए गए। आंध्र प्रदेश हज कमेटी के ज़रीये आज़मीने हज्ज के बेहतर इंतेज़ामात के सिलसिले में 90 लाख रुपये फ़राहम किए गए हैं।

हुकूमत आंध्र प्रदेश ने बजट में जिन दुसरे उमूर के लिए रक़म मुख़तस की है , इस में वक़्फ़ बोर्ड की इमदाद के तौर पर दो करोड़, सी ई डी एम के लिए 50 लाख के अलावा ग़ैर मंसूबा जाती मसारिफ़ के तहत अक़लियती कमीशन को 9.27 लाख , दाइरतुलमारफ़ के लिए 1.83 लाख , उर्दू एकेडेमी के लिए 80.01 लाख , कमिशनरेट आफ़ माइनॉरिटीज़ के लिए 2.5 करोड़ , मक्का मस्जिद और शाही मस्जिद के इंतेज़ामात के लिए 1.18 लाख , वक़्फ़ ट्रब्यूनल के लिए 21.33 लाख और अक़लियती तलबा के स्कालरशिप के लिए 118 करोड़ 82 लाख 57 हज़ार रुपये मुख़तस किए गए।