महिकमा अक़लियती बहबूद तेलंगाना आइन्दा साल बजट में अक़लियती बहबूद के लिए 1200 करोड़ से ज़ाइद बजट की मंज़ूरी की कोशिश कररहा है। इस सिलसिले में स्पेशल सेक्रेटरी अक़लियती बहबूद सय्यद उम्र जलील ने ज़ाइद बजट तजावीज़ के साथ तफ़सीली रिपोर्ट वज़ीर फाइनैंस ई राजिंदर को रवाना की है।
सय्यद उम्र जलील ने बताया कि अक़लियतों की तालीमी तरक़्क़ी पर बजट में ख़ुसूसी तवज्जा मर्कूज़ की गई है और वज़ीर फाइनैंस ने यकीन् दिया कि महिकमा की तरफ से जो भी तजावीज़ पेश की जाएंगी उन्हें क़बूल किया जाएगा। उम्र जलील ने बताया कि वज़ीर फाइनैंस के पास पिछ्ले दिनों मुनाक़िदा जायज़ा मीटिंग में महिकमा की तरफ से तहरीरी तौर पर 1179 करोड़ 54लाख 35हज़ार पर मुश्तमिल बजट तजावीज़ हवाला की गई थीं ताहम बाद में वज़ीर फाइनैंस से मुशावरत के बाद बाज़ नई स्कीमात को शामिल करने का फ़ैसला किया गयाहै।
उन्होंने कहा कि वो कोशिश कररहे हैंके साल 2015-16-ए-के बजट में अक़लियती बहबूद के लिए 1200करोड़ रुपये मुख़तस किए जाएं। जारीया मालीयाती साल बजट में 1030 करोड़ रुपये मुख़तस थे। उन्होंने कहा कि बजट की इजराई में ताख़ीर और बाज़ दुसरे टेक्नीकी दुशवारीयों के सबब मुकम्मिल बजट ख़र्च नहीं किया गया ताहम आइन्दा साल महिकमा अक़लियती बहबूद तमाम स्कीमात पर बेहतर अमल आवरी और बजट के ख़र्च पर ख़ुसूसी तवज्जा मर्कूज़ करेगा। उन्होंने बताया कि अक़लियती तलबा के लिए फ़ीस बाज़ अदायगी के सिलसिले में बजट को 400 करोड़ से 450 करोड़ रुपये किया जा रहा है। स्कालरशिप के लिए 100करोड़ और शादी मुबारक स्कीम के लिए 120 करोड़ रुपये की सिफ़ारिश की गई। जारीया साल शादी मुबारक के लिए हुकूमत ने 100 करोड़ रुपये मुख़तस किए थे और 20 करोड़ रुपयॆ जारी किए गए। उन्होंने बताया कि हर ज़िला में अक़ामती मदारिस और हॉस्टलस की तामीर का मंसूबा है। अक़लियती तलबा के हॉस्टलस के लिए बजट में 170 करोड़ रुपये मुख़तस करने की तजवीज़ पेश की गई जबकि हर ज़िला में दो अक़ामती स्कूलस क़ायम किए जाऐंगे। तेलंगाना में फ़िलवक़्त 6 अक़ामती स्कूलस काम कररहे हैं। मज़ीद 18 नए स्कूलस क़ायम किए जाऐंगे। हर ज़िला में लड़के और लड़कीयों के लिए एक एक अक़ामती स्कूल होगा। हर स्कूल की तामीर पर 2.2करोड़ रुपये के ख़र्च का अंदाज़ा है। उम्र जलील के मुताबिक़ अक़लियती तलबा को पेशा वाराना और मसह बिकती इमतेहानात में शिरकत के लिए कोचिंग फ़राहम करने अलाहिदा स्टडी सर्किल के क़ियाम की तजवीज़ है।
इस के अलावा अक़लियती तलबा के मयारी स्कूलों में दाख़िले को यक़ीनी बनाने मुनफ़रद स्कीम शुरू की जाएगी और हर साल तक़रीबन 200 अक़लियती तलबा को मयारी स्कूलों में दाख़िला दिलाया जाएगा जिस के अख़राजात हुकूमत बर्दाश्त करेगी। उन्होंने बताया कि वक़्फ़ बोर्ड में ओक़ाफ़ी जायदादों के रिकार्ड के कम्पूटराइजेशन का काम मुकम्मिल हो चुका है और उनकी दुबारा जांच की जा रही है। काम की तकमील के बाद उसे रेवेन्यू रिकार्ड में शामिल कर दिया जाएगा जिसके बाद कोई भी ओक़ाफ़ी अराज़ी या जायदाद ग़ैर महफ़ूज़ नहीं रहेगी। उन्होंने कहा कि हर ज़िला में कलेक्टर की निगरानी में ओक़ाफ़ी जायदादों के तहफ़्फ़ुज़ के लिए टास्क फ़ोर्स के क़ियाम के लिए जल्द अहकाम जारी किए जाऐंगे। टास्क फ़ोर्स में ज़िला सुपरिन्टेन्डेन्ट पुलिस के अलावा महिकमा माल और दुसरे मुताल्लिक़ा मह्कमाजात के ओहदेदार शामिल होंगे।