हर मुस्तहिक़ शख़्स तक हुकूमत की सकीमात पहुंचाना मेरा ऐन मक़सद है मुस्लिम अक़लियतों की तरक़्क़ी और मुल्क की तरक़्क़ी।इन ख़्यालात का इज़हार अशफ़ाक़ रहीम ख़ान ने किया।
शहर करनूल की मशहूर शख़्सियत अशफ़ाक़ रहीम ख़ां बोर्ड आफ़ डायरेक्टरस ए पी स्टेट माइनॉरिटीज़ फाइनैंस कारपोरेशन के रुकन की हैसियत से नामज़द किए गए हैं ,वो इस मौके पर नामा निगारों से बात कररहे थे,नामा निगारों ने उन से सवाल किया कि ज़िला करनूल में अक़लियतों खास्कर मुस्लिम अक़लियतों का कोई पुर्साने हाल नहीं है,अक़लियती मालीयाती कारपोरेशन के दफ़्तर में रिश्वतखोरी उरूज पर है,किसी मुस्तहिक़ शख़्स को कोई सही स्कीम से फ़ायदा नहीं हो रहा है,तलबा कई सालों की स्कालरशिप से महरूम हैं,बैंक लिंक लोन से मुसलमान परेशान हैं,जी ओ नमबर101 से मुसलमान बुरी तरह मता॔सरहोरहे हैं,ऐसे में मुस्लिम अक़लियतों के साथ आप का क्या तआवुन रहेगा? अक़लियतों खास्कर मुस्लिम अक़लियतों की तरक़्क़ी के लिए आप क्या इक़दामात करेंगे?
उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि मेरा ऐन मक़सद मुस्लिम अक़लियतों की ख़िदमत है,करनूल के तमाम अक़लियतों तक हुकूमत की सकीमात को आम किया जाएगा,अशफ़ाक़ रहीम ख़ान ने कहा कि हुकूमत तो सकीमात का ऐलान करती है,लेकिन सैंकड़ों लोग ना वाक़फ़ीयत की वजह से इस्तिफ़ादा से महरूम रह जाते हैं,कुरनूल के हर अक़लियती फ़र्रद त्तक सकीमात की तफ़सीलात पहुंचाई जाएंगी,जिस से इस्तिफ़ादा आसानी होगा,उन्होंने कहा कि ज़िला में सैंकड़ों अफ़राद बे रोज़गारी का शिकार हैं,हज़ारों तलबा एसे हैं जिन को आज तक स्कालरशिप नहीं मिली है,अशफ़ाक़ रहीम ख़ान ने कहा कि कुरनूल की नुमाइंदगी करते हुए तमाम क़र्ज़ख़्वाहों को वक़त पर क़र्ज़ा जात और तलबा को तालीमी इदारे बंद होने से पहले स्कालरशिप जारी करवाने की कोशिश की जाएगी।