अक़लियती फ़लाही स्कीमात पर अमल आवरी में सुस्त-रवी पर इज़हार-ए-अफ़सोस

हैदराबाद 08 दिसंबर:डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर मुहम्मद महमूद अली ने अक़लियती बहबूद के ओहदेदारों को हिदायत दी के वो फ़लाही स्कीमात पर अमल आवरी में सुस्त-रवी के ज़िम्मेदारों के ख़िलाफ़ कार्रवाई करें।

उन्होंने ओहदेदारों के साथ जायज़ा मीटिंग में मुख़्तलिफ़ स्कीमात पर अमल आवरी का जायज़ा लिया और इस बात पर अफ़सोस का इज़हार किया कि फ़लाही स्कीमात पर अमल आवरी की रफ़्तार तवक़्क़ो के मुताबिक़ नहीं है। इस सिलसिले में उन्हें मुख़्तलिफ़ गोशों से शिकायात वसूल हो रही हैं।

सेक्रेटरी अक़लियती बहबूद सय्यद उम्र जलील और दुसरे ओहदेदारों के साथ मुनाक़िदा जायज़ा मीटिंग में स्कालरशिप , फ़ीस बाज़ अदायगी , ओवरसीज़ स्कालरशिप , शादी मुबारक , आटो रिक्शा फ़राहमी और बैंकों से मरबूत सब्सीडी स्कीम का जायज़ा लिया गया।

उन्होंने बताया कि शादी मुबारक के लिए हुकूमत ने 100 करोड़ रुपये का निशाना मुक़र्रर किया था जिसकी तकमील हो चुकी है, लिहाज़ा बजट की इजराई के लिए वो चीफ़ मिनिस्टर से नुमाइंदगी करेंगे। उन्होंने इस यक़ीन का इज़हार किया के चीफ़ मिनिस्टर अक़लियतों की इस स्कीम के लिए मज़ीद 75 करोड़ रुपये की इजराई की हिदायत देंगे।

डिप्टी चीफ़ मिनिस्टर के मुताबिक़ अगर हुकूमत की तरफ से बजट की इजराई में ताख़ीर होती है तो अक़लियती बहबूद के पास फ़ाज़िल बजट मौजूद है जिसे शादी मुबारक के लिए ख़र्च किया जा सकता है।

उन्होंने इस स्कीम पर कामयाब अमल आवरी पर इतमीनान का इज़हार करते हुए ओहदेदारों से कहा कि वो आइन्दा भी स्कीम को बे क़ाईदगियों से पाक रखने के इक़दामात करें।

उन्होंने कहा कि स्कीम में जो बेक़ाईदगीयाँ पाई गईं उनकी इस्लाह की जा रही है और मुस्तक़बिल में इस तरह के वाक़ियात के ज़िम्मेदारों को बख़्शा नहीं जाएगा।

महमूद अली ने ओवरसीज़ स्कालरशिप की पहली क़िस्त जारी करने में ताख़ीर पर नाराज़गी का इज़हार किया और कहा कि मुंतख़ब 210 तलबा और उनके सरपरस्त पहली क़िस्त के लिए अक़लियती बहबूद के दफ़ातिर के चक्कर काट रहे हैं।

उन्होंने बाज़ मातहत ओहदेदारों की तरफ से नई शराइत मुतआरिफ़ करने की मज़म्मत की और आला ओहदेदारों को हिदायत दी के वो जल्द से जल्द पहली क़िस्त की इजराई को यक़ीनी बनाएँ।

उन्होंने स्कालरशिप और फ़ीस बाज़ अदायगी के तमाम बकायाजात जल्द जारी करने को कहा और कहा कि कॉलेजस की तरफ से तलबा को हरासाँ किए जाने की शिकायात मिल रही हैं। सेक्रेटरी अक़लियती बहबूद सय्यद उम्र जलील ने बताया कि इस सिलसिले में तमाम कॉलेजस को नोटिस जारी की गई हैके अगर वो फ़ीस की अदम वसूली के बहाने सर्टीफिकट की इजराई से इनकार करेंगे तो उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।

उन्होंने कहा के फ़ीस बाज़ अदायगी की बेशतर रक़म जारी हो चुकी है और माबक़ी रक़म जल्द जारी कर दी जाएगी। लिहाज़ा डिग्री मुकम्मिल करने वाले तलबा के सर्टीफिकेटस रोकने का कॉलेजस को कोई इख़तियार नहीं है।