गवर्नर ई एस एल नरसिम्हन ने तेलंगाना की टी आर एस हुकूमत के मुख़्तलिफ़ फ़लाही और तरक़्क़ीयाती मंसूबों का एलान करते हुए कहा कि कमज़ोर तबक़ात और अक़लियतों की भलाई हुकूमत की अव्वलीन तर्जीह होगी।
उन्होंने मुसलमानों और दर्ज फ़हरिस्त क़बाइल को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात , अक़लियती बहबूद के लिए एक हज़ार करोड़ रुपये मुख़तस करने , के जी ता पी जी मुफ़्त तालीम, सियासी कुरप्शन का ख़ातमा , किसानों के क़र्ज़ाजात की माफ़ी , शहीदाँ तेलंगाना के ख़ानदानों के लिए इमदाद और शहरे हैदराबाद की तरक़्क़ी के लिए ख़ुसूसी इक़दामात का तज़किरा किया।
गवर्नर ई एस एल नरसिम्हन जो तेलंगाना रियासत के इंचार्ज गवर्नर हैं तेलंगाना असेंबली और क़ानूनसाज़ कौंसिल के मुशतर्का मीटिंग से ख़िताब किया।
उन्होंने टी आर एस हुकूमत की तर्जीहात का अहाता करते हुए मुख़्तलिफ़ शोबों में तरक़्क़ी और रोज़गार की फ़राहमी से मुताल्लिक़ मंसूबों का ज़िक्र किया।
उन्होंने अमन-ओ-ज़बत की बरक़रारी के अलावा सनअती और इन्फ़ार्मेशन टेक्नालोजी की तरक़्क़ी के ज़रीये आइन्दा दस बरसों में 52 लाख रोज़गार के मवाक़े पैदा करने का भी एलान किया।
ये पहला मौक़ा है जब ई एस एल नरसिम्हन मुल्क की 29 वीं रियासत तेलंगाना के दोनों एवान मुक़न्निना के मुशतर्का मीटिंग से ख़िताब कररहे थे।
उन्होंने चुनाव से पहले टी आर एस की तरफ से किए गए वादों का उमूमी तौर पर अपने ख़ुतबा में अहाता किया और उन का ख़ुतबा ज़्यादा तर टि आर एस के चुनाव मंशूर पर मबनी था।
गवर्नर ने कहा कि तेलंगाना रियासत मुख़्तलिफ़ मज़ाहिब , ज़बानों और तहज़ीब का गहवारा है जहां मुख़्तलिफ़ तबक़ात बाहम शेर-ओ-शुक्र ज़िंदगी बसर करते हैं।
यही वजह हैके तेलंगाना की तहज़ीब को गंगा जमुनी तहज़ीब का नाम दिया गया है। हुकूमत की ज़िम्मेदारी हैके वो अक़लियतों के मुफ़ादात का तहफ़्फ़ुज़ करे। गवर्नर ने कहा कि तेलंगाना में अक़लियतों को 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात की फ़राहमी के लिए हुकूमत पाबंद अह्द है।
अक़लियतों की बहबूद के लिए बजट में सालाना एक हज़ार करोड़ रुपये मुख़तस किए जाऐंगे।