सेक्रेटरी तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस मुहम्मद जाविद अहमद ने कहा कि हुकूमत की तरफ से 12 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात के आर्डीनेंस की अदम इजराई की सूरत में मुसलमानों को 1242 सरकारी मुलाज़िमतों से महरूम होना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि हर साल एक लाख मुलाज़िमतें फ़राहम करने का वादा करने वाले चीफ़ मिनिस्टर के चन्द्रशेखर राव ने 14 माह बाद सिर्फ़ 15,522 सरकारी जायदादों पर तक़र्रुत की मंज़ूरी दी है, जब कि एक माह पहले यौम तासीस के मौके पर ख़िताब करते हुए चीफ़ मिनिस्टर ने माह जुलाई में 25 हज़ार सरकारी जायदादों पर तक़र्रुत के लिए आलामीया की इजराई का वादा किया था, लेकिन उसकी तकमील से क़ासिर रहे।
उन्होंने कहा कि चीफ़ मिनिस्टर ने अक़लियतों की तालीमी, मआशी और समाजी सूरत-ए-हाल का जायज़ा लेने के लिए डी सुधीर की ज़ेरे क़ियादत कमेटी का जो जायज़ा मीटिंग तलब किया है, वो धोका और मुसलमानों के आँसू पोंछने के बराबर है, क्युंकि एक तरफ़ 15,522 सरकारी जायदादों पर तक़र्रुत का एलान कर दिया गया है और दूसरी तरफ़ मुसलमानों को गुमराह करने के लिए जायज़ा मीटिंग तलब किया जा रहा है।