अक़लीयती कनवेनशन के क़रारदाद पर अमल आवरी का मुतालिबा

सदर प्रदेश कांग्रेस अक़लीयत डिपार्टमैंट मुहम्मद सिराज उद्दीन ने आज अक़लीयती कनवेनशन में मनज़ूरा क़रारदादों को ज़रीया मकतूब(लेटर)चीफ़ मिनिस्टर को रवाना करते हुए मुस्लमानों की फ़लाह-ओ-बहबूद के लिए काबीना की सब कमेटी तशकील देने और 12 हज़ार करोड़ रुपये का ख़ुसूसी बजट मंज़ूर करने का मुतालिबा किया।

क़ानूनसाज़ इदारों में मुस्लमानों के दाख़िले को यक़ीनी बनाने के लिए पंचायत राज ऐक्ट में तरमीम करते हुए मुक़ामी इदारों में आबादी के तनासुब (प्रतिशत)से मुस्लमानों को तहफ़्फुज़ात फ़राहम किए जाएं, 15 नकाती प्रोग्राम पर अमल आवरी की जाय, मर्कज़ी बजट का 15 फ़ीसद हिस्सा रियासत और अज़ला के अक़लीयतों की तरक़्क़ी-ओ-बहबूद के लिए ख़र्च किया जाय, वक़्फ़ जायदादों के तहफ़्फ़ुज़ के लिए सकनडर सर्वे गज़्ट का आलामीया(नोटिस) जारी किया जाय, कारपोरेशन और बोर्ड के इलावा रियास्ती-ओ-ज़िलई सतह पर सिर्फ कांग्रेस के मुस्लिम क़ाइदीन को नुमाइंदगी दी जाय, गैर कांग्रेसी अफ़राद को ओहदा सौंपते हुए कांग्रेस क़ाइदीन के साथ हक़ तलफ़ी ना की जाय, ग़रीब मुस्लिम तलबा को स्कालर शिपस के इलावा दीगर तालीमी सहूलतों से इस्तिफ़ादा के लिए एक लाख रुपये की हद में इज़ाफ़ा करते हुए दो लाख रुपये करदिया जाय, मसाजिद के इमामों और मुज़नों को वक़्फ़ बोर्ड के ज़रीया तनख़्वाह अदा की जाय।

अक़लीयतों को सनअतों के क़ियाम के लिए ए पी आई आई सी में ख़ुसूसी ज़ोनस क़ायम किया जाय, बैंकों के ज़रीया बड़े पैमाने पर क़र्ज़ा जात की इजराई के ज़रीया अक़लीयतों को ख़ुद रोज़गार हासिल करने का मौक़ा फ़राहम किया जाय, उर्दू को दूसरी सरकारी ज़बान के तर्ज़ पर तरक़्क़ी देने के लिए अमली इक़दामात किए जाएं, अज़ला में 22 हज़ार उर्दू टीचर्स की जायदादें मख़लुवा(खाली) हैं उन पर तक़र्रुरात(नियुक्ति) के लिए अलहदा माइनारीटी डी एससी का एहतिमाम जैसे उमूर को शामिल किया है।

, उन्हों ने कहा कि चंद मुस्लिम क़ाइदीन ने दो दिन क़बल चीफ़ मिनिस्टर से मुलाक़ात करते हुए इफ़तार पार्टी के बजट में तख़फ़ीफ़ करते हुए इस रक़म से उन्नीस उलग़रबा–यतीम ख़ाना तामीर करने की चीफ़ मिनिस्टर को तजवीज़ पेश की थी, जिस की वो सख़्त मुज़म्मत करते हैं। अनीस उल ग़ुरबा-यतीमख़ाना की तामीर के लिए हुकूमत अलहदा फ़ंड जारी करे, मगर इफ़तार पार्टी के मसारिफ़ से यतीमख़ाना की तामीर का मश्वरा इंतिहाई ग़लत है।

वो तो चाहते हैं कि इफ़तार पार्टी का बजट अगर एक करोड़ है तो इस में मज़ीद इज़ाफ़ा किया जाय और इफ़तार पार्टी में शिरकत के लिए सब को एक ही वी आई पी कार्ड्स तक़सीम किया जाय, इस में इमतियाज़ हरगिज़ ना बरता जाय। उन्हों ने कहा कि तेलगू प्रोग्राम पर करोड़ों रुपये ख़र्च किया जा रहा है, अगर इफ़तार पार्टी में डेढ़ दो करोड़ रुपये ख़र्च किए जाएं तो कोई बुराई नहीं है।