महकमा अक़लीयती बहबूद में ओहदेदारों की कमी पर क़ाबू पाते हुए उसे मुस्तहकम बनाने के लिए सेक्रेट्री अक़लीयती बहबूद ने हुकूमत की तवज्जा मबज़ूल कराई है। उन्हों ने अक़लीयती बहबूद और उस के इदारों की कारकर्दगी बेहतर बनाने महकमा के लिए मज़ीद ओहदेदारों के अलाटमेंट की तजवीज़ हुकूमत को रवाना की है।
महकमा की तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में तक़सीम के बाद तेलंगाना में डिप्टी सेक्रेट्री रैंक का ओहदेदार मौजूद नहीं है बल्कि उन की जगह ऑफीसर ऑन स्पेशल ड्यूटी की हैसियत से ख़िदमात अंजाम देने वाले रीटायर्ड ओहदेदार को बरक़रार रखा गया था। डिप्टी सेक्रेट्री का ओहदा आंध्र प्रदेश के लिए अलॉट किया गया जबकि तेलंगाना में सिर्फ़ एक असिसटेंट सेक्रेट्री है।
आला रुतबा के ओहदेदारों की कमी के बाइस फाइलों की आजलाना यक्सूई में ताख़ीर और दीगर दुश्वारियों से मुताल्लिक़ रिपोर्ट्स मिलने पर हुकूमत ने ओ एस डी की हैसियत से ख़िदमात अंजाम देने वाले ओहदेदार की मीआद में तौसीअ ना करने का फैसला किया।
बोर्ड में चीफ एग्ज़ीक्यूटिव ऑफीसर के तबादला के बाद एक जूनीयर रैंक के ओहदेदार को ज़ाइद ज़िम्मेदारी दी गई है जो क़्वाइद के मुताबिक़ एस ओहदा पर मुस्तक़िल बरक़रार नहीं रह सकते।