अक़लीयती फ़ाइनेन्स कारपोरेशन की सब्सीडी स्कीम पर तेज़ी से अमल आवरी का फैसला

अक़लीयती फ़ाइनेन्स कारपोरेशन के ज़रीए बैंकों से मरबूत क़र्ज़ पर सब्सीडी की इजराई से मुताल्लिक़ स्कीम पर तेज़ी से अमल आवरी का फ़ैसला किया गया है। सेक्रेट्री अक़लीयती बहबूद जनाब अहमद नदीम ने आज इस सिलसिले में आला सतही इजलास मुनाक़िद किया जिस में डायरेक्टर अक़लीयती बहबूद जनाब जलाल उद्दीन अकबर और मैनेजिंग डायरेक्टर अक़लीयती फ़ाइनेन्स कारपोरेशन प्रोफ़ेसर एस ए शकूर और दीगर ओहदेदारों ने शिरकत की।

जनाब अहमद नदीम ने कारपोरेशन की जानिब से तेलंगाना के 10 अज़ला में अक़लीयती उम्मीदवारों को सब्सीडी की इजराई की तफ़सीलात हासिल कीं और त्यक़्कुन दिया कि वो बजट के इस्तेमाल के सिलसिले में हुकूमत से इजाज़त हासिल करेंगे।

रियासत की तक़सीम के बाद हुकूमत ने अकाउंट मुंजमिद कर दिया था जिस के बाइस सब्सीडी की इजराई का अमल रोक दिया गया। उन्हों ने कहा कि वो नए बजट की इजराई और मुंजमिद शूदा बजट के ज़रीए सब्सीडी की इजराई के सिलसिले में हुकूमत की तवज्जा मबज़ूल कराएंगे।

सेक्रेट्री अक़लीयती बहबूद ने ओहदेदारों से कहा कि हुकूमत अक़लीयतों की फ़लाही स्कीमात पर अमल आवरी के सिलसिले में संजीदा है और महकमा को भी इस बात की कोशिश करनी चाहीए कि मालीयाती साल की तकमील से क़ब्ल मुक़र्ररा निशानों की तकमील हो।

हुकूमत ने 2014-15 के बजट में सब्सीडी की फ़राहमी के लिए अभी तक 12 करोड़ 34 लाख 78 हज़ार रुपये पहले मरहला में जारी किए हैं। जनाब अहमद नदीम ने कहा कि हुकूमत से इजाज़त के हुसूल के बाद तमाम मन्ज़ूरा दरख़ास्त गुज़ारों में सब्सीडी की रक़म जारी करदी जाएगी। उन्हों ने दीगर स्कीमात के सिलसिले में अलाहिदा तौर पर इजलास मुनाक़िद करने का फ़ैसला किया है।