अक़लीयतों के लिए एक ज़र्रीन मौक़ा

ये एक हक़ीक़त है कि आंधरा प्रदेश के ज़्यादा तर इंजीनीयरिंग ग्रैजूएट को मुलाज़मत के मवाक़े मयस्सर नहीं हैं। ये बात बहुत ज़्यादा हैरान कुन भी है और हिम्मत तोड़ने वाली भी। बाअज़ औक़ात क़ाबिल और मुस्तहक़ उम्मीदवार भी बेरोज़गार नज़र आते हैं, जहां एक तरफ़ तालीम-याफ़ता नौजवान बदहाली का शिकार हैं, वहीं दूसरी जानिब मुल्क के आला तरीन इदारे मसलन आई आई टी (IIT) के हालात बिलकुल मुख़्तलिफ़ हैं और उन इदारों से फ़ारग़ीन के लिए बिला शुबा मुलाज़मत के मवाक़े बेहतर से बेहतर हैं। नौबत यहां तक हैकि उन्हें इमतिहान पास करने से पहले ही मुलाज़मत मिल जाती है, लेकिन अहम सवाल ये है के अक़लीयतों बिलख़सूस मुस्लिम समाज से कितने लोग आई आई टी में दाख़िले पाते हैं? तो जवाब है कि ऐसे ख़ुशनसीब मादूदे चंद हैं जिन्हें उंगलीयों पर शुमार किया जा सकता है।

आई आई टी दाख़िला इमतिहान निहायत मुश्किल है और इस की अहम वजह मामूली और ग़ैर मामूली के दरमियान एक ख़ते इमतियाज़(फरक) खींचना है। लेकिन ये भी एक हक़ीक़त है कि दानिश मंदाना मंसूबा बंदी सख़्त मेहनत और माहिराना रहनुमाई इन इम्तेहानात को आसान बना सकती है। बिहार का रहमानी।

30 (अपने सौ फ़ीसद कामयाब नताइज के तजुर्बे के साथ) और हैदराबाद की एम एसएजूकेशन अकैडमी (अपनी 21 साला पेशा वराना कोचिंग की महारत के साथ) एक दूसरे को बाहमी तआवुन फ़राहम करते हुए अक़लीयतों को मज़बूत-ओ-मुस्तहकम बनाने के लिये आगे आए हैं। इस यक़ीन दहानी के साथ कि इन इम्तेहानात की तय्यारी के लिये लायक़ फ़ाइक़ असातिज़ा साज़गार तालीमी माहौल और बेहतरीन ज़ेली ढांचा फ़राहम किया जाएगा।बहुत पुरानी बात नहीं है यही चीज़ आई पी ई (IPE और Eamcet में भी मुहाल और नामुमकिन के तौर पर पाई जाती थी।

लेकिन एम एस इदारों ने अक़लीयतों के तलबा की ज़िंदगी में मुसबत तबदीली लाने का अज़म किया और आज के हालात किसी अहल-ए-नज़र से छिपे हुए नहीं हैं। एम। ऐस। का मक़सद एक ऐसी रहनुमाई फ़राहम करना था जो तलबा मैं ख़ुद एतिमादी पैदा करदे और साबित करदे कि मुनज़्ज़म और बाज़ाबता मेहनत के आगे कुछ भी नामुमकिन नहीं। साल 2005 से एम एस मुसलसल Top-Ranker और Top Scorer देता रहा है।इसी तरह से आई आई टी की सीट (नशिस्त) भी अक़लीयतों के तलबा के लिये महज़ एक ख़ाब था।

लेकिन मौलाना वली रहमानी (मुस्लिम पर्सनला बोर्ड के एगज़ीक्यूटिव मैंबर) और जनाब अभियो नंद (बिहार के मौजूदा डी जी पी DGP) ने रहमानी अकैडमी के सौ फ़ीसद कामयाब नताइज से इस ख़ाब को हक़ीक़त कर दिखाया।एम।ऐस। एजूकेशन अकैडमी रहमानी।10 के साथ एक ऐसी टीम तैय्यार कर रही है जो आंधरा प्रदेश के तलबा की देरीना ख़ाहिश पूरी करने और नामुमकिन लगने वाली आई आई टी नशिस्त को हासिल करने में भरपूर मदद करेगी।एम ।ऐस। एजूकेशन अकैडमी के मैनेजिंग डाइरेक्टर मुहम्मद अब्दुल लतीफ़ ख़ान का मानना है कि अब वक़्त आगया है कि अक़लीयतों (क़ौम) के बच्चों का तालीमी मेयार बुलंद से बलंद तर किया जाय ताकि वो मतलूब मुक़ाम हासिल कर सकें जो क़ौम के सरबराहों का ख़ाब है।

इस बात को यक़ीनीबनाने के लिए उन्होंने Top करने वाले तलबा को आई आई टी की मुफ़्त कोचिंग फ़राहम करने का ऐलान किया है। इन तलबा को मुफ़्त क़ियाम व तआम की भी सहूलतें फ़राहम की जाएंगी ।इस के साथ ही इन तलबा को हज़ार रुपये माहाना वज़ीफ़ा देने का भी ऐलान किया है । इस की तय्यारी के लिये इन माहिरीन असातिज़ा की जमात का इंतिख़ाब किया गया है जो पहले ही मुल्की सतह पर 10 से ज़ीरीन नतीजा दे चुके हैं। (Below 10th Rank) इन का एकान् (यक़ीन) है कि रहमानी 10 के तजुर्बे और एम एस एजूकेशन अकैडमी की महारत से एक नए दौर का आग़ाज़ होगा और ये दौर अक़लीयतों के आई आई टी में कसीर तादाद में दाख़िला का दौर कहिलाय गा।

दरख़ास्त गुज़ारों में लायक़ तलबा का इंतिख़ाब करने के लिये एक Screening Test किया जा रहा है जिस का नाम ISP – (IIT Scholarship Programme) है । तलबा प्रिंसिपल समाजी तनज़ीमों के ज़िम्मा दारान और अक़लीयतों की बहबूदी के लिये काम करने वाले हज़रात बराह-ए-करम इस तारीख को नोट करलें।

नीज़ बासलाहीयत तलबा की निशानदेही करके इन में तहरीक पैदा फ़रमाएं ताकि इस ज़रीं मौक़ा का भरपूर फ़ायदा उठाया जा सके। ये टेस्ट 15 अप्रैल 2012 में सुबह 10 ता दोपहर 1 बजे के दरमियान अज़ला हैदराबाद करीमनगर निज़ाम आबाद आदिल आबाद महबूब नगर वरनगल खम्मम करनूल नलगुनडा में मुनाक़िद होगा ख़ाहिशमंद तलबा मुताल्लिक़ा मराकिज़ के ज़िम्मा दारान से दर्ज ज़ैल नंबरों पर रब्त करें। वो तलबा जो दसवीं जमात पास करचुके हैं यह इस का इमतिहान दे रहे हैं वो इस इमतिहान के लिये मजाज़ या Eligible हैं।

हैदराबाद:ऐम ऐस। एजूकेशन अकैडमी (मानसाब टैंक 9248001022। मलक पेट । मोग़लपूरा । मुशीरा बाद) , 9959067418, 9700017900। करीमनगर 878-6451022, निज़ाम आबाद 8462-646422 ,आदिल आबाद जनाब शफ़ी उल्लाह ख़ान640354786 ,महबूब नगर जनाब एम।ए। मुजीब848247166 , वरनगल जनाब एम।नईम 849012987, खम्मम जनाब एम।क़दीर शरीफ 493738007, कुरनूल जनाब अबदुल बासित 948252347,जनाब अबदुल क़दीर 393841686, नलगुनडा जनाब यासिर 966785681 पर रब्त करें।