अक़ल्लीयतों की तालीम को एक नई जिहत अता करने के मक़सद से हुकूमत ने 5 जेली कमीटयां क़ायम करने का फ़ैसला किया है जो स्कीमात पर मूसिर अमल आवरी अक़ल्लीयतों की तालीमी ज़रूरीयात की मंसूबा बंदी और वोकेशनल एजूकेशन के इलावा पेशा वाराना तालीम के फ़रोग़ पर तवज्जा मर्कूज़ करेंगी ।
क़ौमी नगर इनकार कमेटी बराए अक़ल्लीयती तालीम के अरकान की जानिब से ज़ाहिर कर्दा तशवीश के बाद ये फ़ैसला किया गया । वाइस चांसलर जामिआ मुलिया इस्लामीया यूनीवर्सिटी नजीब जंग ने एन सी ई आर टी के ज़रीया दीनी मदारिस के लिए डेवलपमेंट कोर्स की तजवीज़ पेश की।
इस इजलास में असातिज़ा की क़िल्लत और तालीम के हुसूल में दरपेश मुश्किलात का भी जायज़ा लिया गया । वज़ीर फ़रोग़ इंसानी वसाइल मिस्टर कपिल सिब्बल ने इजलास की सदारत की। उन्हों बताया कि ये पाँच ज़ेली कमेटियां मॉनीट्रिंग कमेटी के तहत क़ायम की जाएंगी ताकि अक़ल्लीयतों की तालीम के मसला को मूसिर तौर पर हल किया जा सके ।
उन्होंने इस बात पर अफ़सोस का इज़हार किया कि बाअज़ रियास्तें मर्कज़ की जानिब से फंड्स की फ़राहमी के बावजूद इस्कीमात पर मूसिर अमल नहीं कर रही है । नजीब जंग ने एक ऐसा मक्का नज़्म तैयार करने की तजवीज़ पेश की जिसके ज़रीया अक़ल्लीयती तालीम के वसीअ तर मुफ़ाद को पूरा किया जा सके । कपिल सिब्बल ने बताया कि कमेटी का आइन्दा इजलास जून में होगा उन्होंने वाज़िह तौर पर कहा है कि अक़ल्लीयतों की तालीम के लिए जो एजेंडा रखा गया है उसे बहरसूरत पूरा किया जाएगा ।
कोई भी मुल्क उस वक़्त तक तरक़्क़ी नहीं कर सकता जब तक अवाम ख़ुद को महफ़ूज़ और हौसलामंद महसूस ना करे ।इस इजलास में मॉनीट्रिंग कमेटी के 51अफ़राद ने शिरकत की। ये इजलास इस लिहाज़ से भी नुमायां एहमीयत का हामिल था कि हालिया एक सर्वे में ये इन्किशाफ़ हुआ कि आला तालीम के शोबा में मुस्लमानों के इंतिहाई कम तनासुब की एक अहम वजह महिदूद आमदनी है ।
इजलास में दीनी मदारिस को असरी बनाने और क़ौमी धारे में शामिल करने की भी तजवीज़ पेश की गई । कपिल सिब्बल ने अक़ल्लीयतों के लिए मुख़तस इस्कीमात पर मूसिर अमल आवरी की ज़रूरत पर ज़ोर दिया । मिनिस्टर आफ़ स्टेट फ़रोग़ इंसानी वसाइल मिस्टर ई अहमद ने रियास्ती हुकूमतों की जानिब से अक़ल्लीयती इदारों को जो सी बी एस ई उल-हाक़ के ख़ाहां हैं एन ओ सी जारी ना करने का मसला उठाया । उन्हों ने कहा कि इस मुआमला में क़ौमी कमीशन बराए अक़ल्लीयतें और रियास्ती अक़ल्लीयती कमीशन को बाइख्तियार बनाया जाना चाहीए । उन्हों ने मिड डे मील स्कीम का तज़किरा करते हुए कहा कि अक़ल्लीयती इदारों में भी ये सहूलत बहम पहुंचाई जाए ।
इसके इलावा बारहवीं पंच साला मंसूबा में अक़ल्लीयतों की तालीम के लिए बिलख़सूस ज़ेली मंसूबे की ज़रूरत पर ज़ोर दिया ।