अक़ल्लीयतों की फ़ीस बाज़ अदायगी , अदम अमल आवरी पर एहतिजाज का इंतिबाह

नायब सदर तेलगू देशम पार्टी-ओ-साबिक़ सदर नशीन रियास्ती वक़्फ़ बोर्ड जनाब मुहम्मद सलीम ने रियास्ती हुकूमत को इंतिबाह दिया कि अगर मुस्लिम अक़ल्लीयती तलबा के लिए फ़ीस बाज़ अदायगी स्कीम पर मुकम्मल अमल आवरी नहीं की गई तो मुस्लमान एहतिजाज पर मजबूर हो जाएंगे।

उन्हों ने इस मसला पर ऐडीटर सियासत जनाब ज़ाहिद अली ख़ां की जानिब से शुरू करदा मुहिम का ख़ैर मक़दम करते हुए कहा कि रियास्ती हुकूमत मंसूबा बंद अंदाज़ में अक़ल्लीयतों को तालीम से दूर करने की साज़िश कर रही है।

उन्हों ने कहा कि कांग्रेस ने 2004 और फिर 2009- के इंतिख़ाबात में अक़ल्लीयतों से मुख़्तलिफ़ वाअदे करते हुए इक़तिदार हासिल किया, लेकिन इक़तिदार के हुसूल के बाद कांग्रेस ने अपने वादों को फ़रामोश करदिया।

उन्हों ने कहा कि अक़ल्लीयती तलबा इस मौक़िफ़ में नहीं कि वो इंजीनीयरिंग और दूसरे पेशावराना कोर्सेस में भारी फ़ीस का इंतिज़ाम कर सकें,।