हैदराबाद 23 जुलाई:हुकूमत तेलंगाना अक़लियती उम्मीदवारों को बैरून-ए-मुमालिक में आला तालीम के हुसूल के लिए दस लाख रुपये फ़ी तालिबे इल्म की ग्रांट दे रही है।
इस के लिए जी ओ जारी होचुका और ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की आख़िरी तारीख़ 01 अगस्त है। पी जी कोर्सज़ और पी एचडी किसी भी फॉरेन यूनीवर्सिटी जो अमरीका, ऑस्ट्रेलिया , बर्तानिया , कनाडा और सिंगापुर में है इस के लिए अहल हैं जो तलबा बैरून-ए-मुमालिक हुसूले ताअलीम के मुतलाशी हैं हुकूमत की इस स्कीम से भरपूर इस्तेफ़ादा करें।
इन ख़्यालात का इज़हार उम्र जलील आई ए एस स्पेशल सेक्रेटरी महिकमा अक़लियती बहबूद हुकूमत तेलंगाना ने यहां दफ़्तर सियासत के महबूब हुसैन जिगर हाल अबिड्स पर रोज़नामा सियासत के ज़ेरे एहतेमाम सी एम ओ एस एस एम स्कीम के ख़ुसूसी जलसे को मुख़ातिब करते हुए किया और कहा कि एससी / एसटी तलबा के लिए जो अंबेडकर के नाम से बैरून-ए-मुमालिक में आला तालीम की माली इमदाद की स्कीम थी इस तर्ज़ को अब तेलंगाना में अक़लियती तलबा के लिए भी रूबा-ए-अमल लाया जा रहा है इस के लिए 25 करोड़ रुपये की रक़म मुख़तस की गई है और ख़वातीन को 33 फ़ीसद तहफ़्फुज़ात भी हैं।
उन्होंने पुरज़ोर अंदाज़ में कहा कि अक़लियतें खास्कर मुस्लिम नौजवान इस स्कीम से पूरा फ़ायदा उठाईं अगर वो जारीया अगस्त के लिए ये मुख़तस करदा रक़म को पूरा इस्तेमाल करते हैं तो वो चीफ़ मिनिस्टर से आइन्दा सीज़न जनवरी / फ़रवरी के लिए मज़ीद रक़म के हुसूल की कोशिश करेंगे।
महिकमा अक़लियती बहबूद के तहत इस के वैब साईट पर जो CGG के तहत चलता है अब तरमीमात करते हुए मुस्लिम उम्मीदवार को कासट सर्टीफ़िकेट , टैक्स के पर्चे और रिहायशी सदाक़त नामों के साथ बैरून-ए-मुमालिक के हुसूल-ए-ताअलीम के होने वाले इमतेहानात के अक़ल्ल तरीन स्कोर / बांड को भी कम करदिए गए।
उनके हमराह कंप्यूटर ऑनलाइन की टेक्नीकल टीम चक्कर इधर के ज़ेरे निगरानी मौजूद थी जो अब तबदीलीयों और तरमीमात से सामईन को वाक़िफ़ करवाया।बैरून-ए-मुल्क जाने के बाद एकतरफा हवाई सफ़र का टिकट की रक़म दी जाएगी।
तालिब-ए-इल्म के बंक एकाऊंट में यूनीवर्सिटी के दाख़िले के एडमिट कार्ड और फ़ीस की तफ़सीलात जो अदा करचुके पेश करना होगा। ये ग्रांट यूनीवर्सिटी की जितनी फ़ीस होगी उतनी ही अदा की जाएगी। दस लाख का मतलब पूरे दस लाख नहीं बल्कि दस लाख रुपये तक है। पहले साल के बाद कामयाब हुए साल दोम में जाने पर माबक़ी रक़म दी जाएगी।
इस के लिए उम्मीदवार वेबसाइट पर तफ़सीलात को मुलाहिज़ा करें, अहलीयत शराइत को देख लें। डिग्री इमतेहान में कम अज़ कम 60 फ़ीसद से कामयाबी पहली शर्त है। फिर जी आर ई , जी मयाट टोफिल, या आई ई उल्टी इसके स्कोर को देखा जाएगा।
ज़ाहिद अली ख़ान एडीटर सियासत ने सदारत की और अपनी सदारती तक़रीर में कहा कि जो स्कीमात चाहे वो मर्कज़ी हुकूमत की हो या रियासती हुकूमत इस से भरपूर फ़ायदा अक़लियतों को पहुंचाने के लिए इदारा सियासत हमेशा से सरगर्म अमल है। उन्होंने तेलंगाना रियासत की नई हुकूमत के अक़लियतों की भलाई के इक़दामात की सराहना करते हुए कहा कि रियासती हुकूमत मर्कज़ पर दबाव डालें कि वो इस रियासत में अक़लियतों की फ़लाह-ओ-बहबूद के लिए स्कीमात को रूबा अमल लाएंगे।
अक़ल्लीयतों के लिए मुख़तस बजट ना पूरा रीलीज़ होता है और ना पूरा ख़र्च होता है । अब तलंगाना में एक निहायत हरकियाती और फ़आल अक़ल्लीयती बहबूद के सैक्रेटरी है जिन से कई उम्मीदें वाबस्ता हैं और उन को पूरी यकसूई के साथ नाफ़िज़-उल-अमल कररहे हैं ।
लड़कीयों की तालीम और अच्छे मुज़ाहरा के हवाले से ज़ाहिद अली ख़ान ने कहा इस स्कीम में भी 33 फ़ीसद लड़कीयों के लिए महफ़ूज़ है अब लड़कीयों को भी अच्छे मवाक़े हैं कि वो बैरून-ए-मुल्क सरकारी ख़र्च पर आला तालीम हासिल करें। वो किसी भी किस्म की सरकारी सतह पर नुमाइंदगी के लिए पेशकश की और स्कालरशिप और हेल्प लाईन और करियर गाइडेंस के ज़रीये स्कीमात के लिए शऊर बेदार किया जाता है।
इस मौके पर जलालुद्दीन अकबर डायरेक्टर तेलंगाना माइनॉरिटी फाइनैंस कारपोरेशन ने इस स्कीम पर तफ़सीली रोशनी डाली। महिकमा अक़लियती बहबूद के शोबा-ए-कम्पयूटर और ऑनलाइन के इंचार्ज ओहदेदार चक्कर इधर ओ एसडी और दिलावर अली ने अपनी टीम के हमराह इस मौके पर ऑनलाइन होने वाली दुशवारीयों और तबदीलीयों से वाक़िफ़ करवाया।