बर्तानवी वज़ीरे ख़ारजा विलियम हेग ने कहा है कि अक़वामे मुत्तहिदा की सलामती कौंसिल की मुशतर्का रजामंदी के बगै़र भी शाम में कीमीयाई हथियारों के इस्तेमाल का जवाब देना मुम्किन है।
एक बर्तानवी नशरियाती इदारे से गुफ़्तगु करते हुए हेग का कहना था, क्या ये मुम्किन है कि सलामती कौंसिल की मुशतर्का रजामंदी के बगै़र कीमीयाई हथियारों के इस्तेमाल का जवाब देना मुम्किन है? इस के जवाब में मेरी दलील ये है कि हाँ,
क्योंकि दूसरी सूरत में इस तरह के ज़ालिमाना इक़दामात और जराइम का जवाब देना मुम्किन नहीं होगा। और मेरा नहीं ख़्याल कि ये क़ाबिले क़ुबूल सूरते हाल है।