अक़वामे मुत्तहिदा मुस्लिम दुनिया के मसाइल हल करने में नाकाम

सऊदी अरब ने अक़वामे मुत्तहिदा के सालाना इजलास में अपनी तक़रीर मंसूख़ करदी और इस का जवाज़ ये पेश किया है कि आलमी इदारा अरब और मुस्लिम दुनिया को दर्पेश मसाइल हल करने में नाकाम रहा है। जेनरल असेंबली की तारीख़ में ये पहला मौक़ा है कि सऊदी अरब का कोई ओहदादार तक़रीर नहीं कर रहा है।

सिफ़ारती ज़राए ने अल अरबिया को बताया कि सऊदी अरब का फ़ैसला इस बात का मज़हर है कि वो अरब और इस्लामी दुनिया के मसाइल से निमटने के लिए अक़वामे मुत्तहिदा के मौक़िफ़ और इक़दामात से मुतमइन नहीं है क्योंकि अक़वामे मुत्तहिदा गुज़िश्ता 60 साल से ज़्यादा अर्से से तनाज़ा फ़लस्तीन और अब शामी बोहरान को हल करने में नाकाम रही है।