अक़वामे मुत्तहिदा से शाम की ख़ुदमुख़्तारी के एहतेराम का मुतालिबा

शामी हुकूमत ने कहा है कि वो अक़वामे मुत्तहिदा की सलामती कौंसिल की इंसानी इमदाद तक रसाई से मुताल्लिक़ क़रारदाद पर अमल दरामद के लिए तआवुन को तैयार है लेकिन इस के लिए ये ज़रूरी है कि अक़वामे मुत्तहिदा ममलकत की ख़ुदमुख़्तारी का एहतेराम करे। शामी वज़ारते ख़ारजा ने इतवार को एक ब्यान में कहा कि वो अक़वामे मुत्तहिदा की क़रारदाद नंबर 139 के नफ़ाज़ के लिए तैयार है।

सलामती कौंसिल ने हफ़्ता को इत्तिफ़ाक़े राय से इस क़रारदाद की मंज़ूरी दी थी। इस में इंसानी इमदाद के क़ाफ़िलों को जंग ज़दा मुल्क के तमाम इलाक़ों तक रसाई देने का मुतालिबा किया गया है।

इस ब्यान में क़रारदाद पर अमल दरामद के लिए ये शराइत आइद की गई हैं कि उस का अक़वामे मुत्तहिदा के चार्टर में वज़ा कर्दा उसूलों, बैनुल अक़वामी क़ानून और इंसानी काम की बुनियादी असास खासतौर पर ममलकत की ख़ुदमुख़्तारी और उस के किरदार और ग़ैर जानिबदारी, शफ़्फ़ाफ़ियत और ग़ैर सियासी इमदाद के उसूलों के मुताबिक़ नफ़ाज़ किया जाना चाहीए।