अक़वाम-ए-मुत्तहिदा सरबराह बान की मून आज इराक़ी क़ाइदीन से बातचीत के लिए बग़दाद पहुंचे, सरकारी टेलीविज़न ने ये बात बताई। वो यहां आमद से क़बल कुवैत के दौरे पर थे जहां उन्होंने दोनों मुल्कों के दरमयान ताल्लुक़ात का एक नया दौर शुरू करने की अपील की। अपनी आमद के बाद अक़वाम-ए-मुत्तहिदा सैक्रेटरी जनरल की इराक़ी वज़ीर-ए-ख़ारजा होशयार ज़ेबारी के साथ मीटिंग हुई, इराक टी वी ने मज़ीद तफ़सीलात फ़राहम किए बगै़र ये बात कही।
इराक़ और कुवैत के दरमयान मुख़्तलिफ़ देरीना मसाइल हैं जो इराक़ की 1990 में अपने जुनूबी पड़ोसी पर चढ़ाई से शुरू हुए। बग़दाद मौजूदा तौर पर अपनी तेल और गैस आमदनी का पाँच फ़ीसद हिस्सा ख़ुसूसी अक़वाम-ए-मुत्तहिदा फ़ंड में अदा करता है जिससे कुवैत को मुआवज़ा की अदाई होती है।
बान ने कल कुवैत में कहा था कि वो हालात को मामूल पर लाने और ये यक़ीनी बनाने के पाबंद अह्द हैं कि इराक़ , कुवैत के तईं अपने तमाम देरीना बैन-उल-अक़वामी फ़राइज़ की तकमील करे जैसा कि सलामती कौंसल ने तय किया है।