अक़वाम-ए-मुत्तहिदा क़रारदाद पर तमिल मुस्लमानों का एहतिजाज

तमिलनाडू के मुस्लमानों ने अक़वाम-ए-मुत्तहिदा इंसानी हुक़ूक़ कौंसल की श्रीलंका के ख़ानाजंगी के दौरान मुबय्यना इंसानी हुक़ूक़ पर मंज़ूर की जाने वाली क़रारदाद की मुज़म्मत की और इसके ख़िलाफ़ एहतिजाज करते हुए कहा कि अक़वाम-ए-मुत्तहिदा का इंसानी हुक़ूक़ कौंसल उस वक़्त कहां था, जब ख़ानाजंगी के दौरान मुस्लमानों पर ज़ुल्म-ओ-ज़्यादती हो रही थी।

कोलंबो में मुस्लिम तंज़ीमों ने क़रारदाद के ख़िलाफ़ एहतिजाजी मुज़ाहरा किया और क़रारदाद की मुज़म्मत करते हुए तमिल मुस्लमानों के हक़ में दुआँए इजतिमा का इनइक़ाद अमल में लाया। इसी दौरान वज़ीर-ए-आज़म मनमोहन सिंह ने आज कहा कि अक़वाम-ए-मुत्तहिदा इंसानी हुक़ूक़ कौंसल में श्रीलंका के ख़िलाफ़ हिंदूस्तान का वोट इसके मौक़िफ़ के ऐन मुताबिक़ है।

हिंदूस्तान चाहता है कि श्रीलंका में अक़ल्लीयती तमिलों को इंसाफ़ हास होने के लिए वो अपनी तशवीश के इज़हार को यक़ीनी बनाए। मनमोहन सिंह ने ये भी कहा कि हिंदूस्तान ये नहीं चाहता कि श्रीलंका के मुक़तदिर आला पर कोई आंच आए। श्रीलंका के बारे में हम ने अच्छाईयों और ख़राबियों का अंदाज़ा करके ही ये क़दम उठाया है।

हम ने अक़वाम-ए-मुत्तहिदा में श्रीलंका के ख़िलाफ़ क़रारदाद के लिए इसलिए वोट दिया ताकि तमिल अवाम को इंसाफ़ हासिल हो सके। इसके साथ साथ श्रीलंका के मुक़तदिर आला पर भी कोई आंच नहीं आना चाहीए। उन्होंने इस सवाल का जवाब दिया कि आया हिंदूस्तान , एल टी टी ई के ख़िलाफ़ जंग के दौरान मुबय्यना इंसानी हुक़ूक़ की ख़िलाफ़वर्ज़ीयों पर श्रीलंका की सरज़निश करने अक़वाम-ए-मुत्तहिदा की स्पांसर कर्दा हिमायत में वोट दे रहा है, मनमोहन सिंह ने कहा कि हमारा ये वोट टामलों को इंसाफ़ दिलाने के लिए है।

मनमोहन सिंह ने सोमवार के दिन लोक सभा में बताया था कि हिंदूस्तान इस क़रारदाद के हक़ में वोट देने से गुरेज़ करेगा। हमारा मक़सद नसली तमिलों के मुस्तक़बिल का ख़्याल रखना है।