इमारत तामीर शरीक अक्लियती बोहबुद वज़ीर हाजी हुसैन अंसारी के बेटे मो हफीजुल हसन और तनवीर हसन समेत आठ लोगों के खिलाफ मधुपुर अदालती मजिस्ट्रेट अखिलेश कुमार तिवारी की अदालत में परिवाद दायर कराया गया है। तमाम पर जबरन घर खाली कराने की धमकी देने का इल्ज़ाम है। मामला पथरचपटी रिहायशी चाय बेचने वाले गोविंद यादव की बीवी शांति देवी ने दायर कराया है।
थाने में नहीं लिया गया केस
शांति देवी ने बताया वज़ीर के दोनों बेटे समेत दीगर लोग 24 नवंबर की शाम खिरोद भवन अहाते में आये। हफीजुल हसन और तनवीर हसन ने कहा कि वे वज़ीर के बेटे हैं और पुलिस उनके साथ है। दोनों ने धमकी दी कि घर जल्दी खाली करो, नहीं तो संगीन नतायज भुगतना पड़ेगा, जेल में सड़ा देंगे। दोनों ने बंदूक दिखा कर उनके शौहर गोविंद यादव से तीन सादे कागज पर दस्तखत करवा लिये। शांति देवी ने बताया मामले की शिकायत करने थाना गयी, पर वहां केस नहीं लिया गया। इसके बाद अदालत में मामला दायर किया।
कई दशक से केयर टेकर है खानदान
शांति देवी ने अदालत में दायर परिवाद में कहा है कि वे लोग कई सालों से पथरचपटी वाक़ेय खिरोद भवन कोठी में केयर टेकर के तौर में रह रहे थे। कोठी कोलकाता के बंगाली खानदान का था। 2003 में देवघर के सुशील अग्रवाल और राजेश पंसारी ने बताया कि उन्होंने कोठी खरीद ली है। केयर टेकर के तौर में कोठी की देखभाल करने के लिए बतौर मुआवजा 06 अगस्त 2003 को तीन कट्ठा जमीन और तीन लाख रुपये देने का इकरारनामा किया। पर जमीन अभी तक नहीं दी गयी। जमीन टुकड़ों में बिक गयी है। वज़ीर के अहले खाना ने भी जमीन ली है।
किनके खिलाफ मामला दर्ज
हाजी हुसैन के बेटे मो हफीजुल हसन व तनवीर हसन के अलावा देवघर के सुशील अग्रवाल और राजेश पंसारी, मधुपुर के पथरचपटी के रहने वाले सुबेदानंद चौधरी, मुरारी चौधरी, एसआर डालमियां रोड रिहायशी पट्ट बथवाल और पप्पू बथवाल
काफी पहले ही उस खानदान में जमीन ली है। जमीन को लेकर कोई तनाज़ा नहीं है। मेरे बेटों पर झूठा इल्ज़ाम लगाया जा रहा है। इस तनाजे से हमलोगों का कोई लेना-देना नहीं है।
हाजी हुसैन अंसारी, मंत्री