रुहानी इदारा आर्ट आफ़ लीविंग के बानी श्री रवी शंकर ने आंध्र प्रदेश असेंबली की तरफ से तेलंगाना बिल को मुस्तर्द किए जाने का लिहाज़ किए बगैर तक़सीम पर की जाने वाली पेशरफ़्त की सख़्त मज़म्मत की और कहा कि अक्सरियत के बगैर रियासती की तक़सीम एक संगीन मुसीबत होगी।
रवी शंकर ने अख़बारी नुमाइंदों से बात चीत करते हुए कहा कि में कहना चाहता हूँ कि अगर आप रियासत तक़सीम करना चाहते हैं तो एक अच्छी सूझबूझ और मुआमलाफह्मी के साथ काम किया जाये और दोनों तरफ़ से फ़राख़दिली का मुज़ाहरा किया जाये।
अगर आधी से ज़्यादा रियासत शालों में झुलस रही है तो फिर उसी कोई भी तक़सीम एक मुसीबत होगी। उन्होंने कहा कि जब आंध्र प्रदेश असेंबली अक्सरियत के साथ बिल को मुस्तर्द करचुकी है तो फिर इस पर जल्दबाज़ी की नहीं बल्कि दुबारा ग़ौर की ज़रूरत होगी जल्दबाज़ी में किया जाने वाला कोई भी काम बेकार होता है। वो दरअसल मर्कज़ की तरफ से तेलंगाना बिल की जल्दबाज़ी के साथ पार्लियामेंट में पेशकशी का हवाला दे रहे थे।