अखिलेश अनुभवहीन हैं, CM बनने के बाद उनमें अहम् आ गया है: शिवपाल
लखनऊ : समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह के हस्तक्षेप के बाद भी चाचा शिवपाल यादव के मन में भतीजे अखिलेश यादव के प्रति मन का मैल बरकरार है। वह इनके खिलाफ बोलने से अभी भी नहीं चूक रहे। शिवपाल ने एक बार फिर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर हमला बोला है। उन्हें नोसिखिया करार देते हुए कहा कि अखिलेश अनुभवहीन हैं। मुख्यमंत्री बनने पर उनमें अहम आ गया है।
शिवपाल यहीं नहीं रुके । उन्होंने अपने और अखिलेश यादव के बीच काम की तुलना करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री से अधिक काम किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश के मंत्री काम नहीं करते। वह पढ़े लिखे हैं। उन्हें यह बात अच्छी तरह समझना चाहिए। शिवपाल एक टीवी कार्यक्रम में बोल रहे थे। उन्होंने सपा विवाद मामले में मीडिया को भी आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि इस मामले को मीडिया ने ज्यादा बढ़ा चढ़ा के पेश किया है।
अखिलेश के बारे में कहा कि वह मेरे बेटे जैसे हैं । मैंने उनका पालन-पोषण किया है। उनसे कोई मुकाबला नहीं। हम सभी मुलायम सिंह की बात मानते हैं। उनका संकेत हमारे लिए आदेश है। अपने विभाग और काम के बारे में उन्होंने कहा, मैंने लखनऊ-बुंदेलखंड, पूर्वांचल सभी जगह अच्छा काम किया है। राजस्व विभाग में भी हमने बहुत काम किया है। सिंचाई विभाग में बहुत काम किया। सालों से अधूरी पड़ी योजनाएं पूरी की हैं। उन्होंने सफाई दी कि प्रदेश अध्यक्ष बनने की जानकारी मीडिया से मिली थी। बधाई मिलने लगी तब पता चला कि हमें यह पद मिला है।
शिवपाल ने अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा, मुख्यमंत्री के साथ रहने वाले कैबिनेट मंत्री काम नहीं करते। अखिलेश पढ़े लिखे है। उन्हें अकल से काम लेना चाहिए। विभाग छिने जाने पर उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री ने जितना काम दिया मैंने उससे ज्यादा काम किया है। हमें अपनी बुद्धि से काम लेना चाहिए।अनुभव बहुत जरूरी है। अखिलेश को अभी और सीखना होगा। उन्हें मुझसे भी सीखना चाहिए। उन्होंने अखिलेश द्वारा उन्हें मंत्री पद से हटाए जाने के बारे में कहा कि मुझे 2011 में भी अध्यक्ष पद से हटाया गया था। उस वक्त भी मैंने कुछ नहीं कहा था।
टिकट बंटवारे को लेकर पूछे गए एक सवाल के बारे में शिवपाल ने कहा, अध्यक्ष कोई भी हो टिकट बंटवारे का फैसला नेताजी ( मुलायम) करेंगे। उन्होंने कहा मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठकर अहम आ जाता है। सीएम की कुर्सी पर अहम नहीं होना चाहिए। कौमी नेता दल के विलय पर भी शिवपाल ने कहा, प्रोफेसर रामगोपाल यादव और अखिलेश को यह बात समझनी चाहिए कि मैंने मुलायम के आदेश पर यह फैसला किया था । मुलायम जी ने मुख्तार अंसारी को पार्टी में नहीं लिया है। नेताजी ने सबकी बात सुनी है । गायत्री पर उन्होंने फैसला लिया। जल्द ही बाकी मुद्दों पर भी फैसला लेंगे। अपने मुख्यमंत्री बनने पर कहा कि मुझे पहले भी मुख्यमंत्री बनने की इच्छा नहीं थी और आगे भी नहीं है। पार्टी 2017 में बहुमत लेकर आती है तो अखिलेश ही मुख्यमंत्री बनेंगे।
यूपी से मलिक असग़र हाशमी