अखिलेश की सूची से कांग्रेस हैरान, गठबंधन पर छाये चिंताओं के बादल

लखनऊ: मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की ओर से शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के 191 उम्मीदवारों की पहली सूची जारी किए जाने से कांग्रेस पार्टी हैरान है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस समाजवादी पार्टी की इस घोषणा से काफी नाराज है। कांग्रेसी नेताओं का कहना है कि दोनों को साथ में उम्मीदवारों की घोषणा करना था, लेकिन सपा ने पहले ही ऐसा कर दिया. यही नहीं जो सीट कांग्रेस ने मांगी थी, उस पर भी सपा ने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं। ऐसे में दोनों दलों के गठबंधन पर संकट के बादल छा गए हैं।

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न्यूज़ नेटवर्क समूह न्यूज़ 18 के अनुसार समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस का दबदबा वाली सीटों पर भी अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में सहारनपूर में कांग्रेस का दबदबा माना जाता है, लेकिन वहां की सभी सातों सीटों पर सपा ने अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। देवबंद में कांग्रेस के वर्तमान विधायक मुआविया को समाजवादी पार्टी का टिकट दिया गया है। यही नहीं कांग्रेस की मौजूदा सीटें हापोर, शामली, खुर्जा और मथुरा सिटी पर भी सपा ने अपने उम्मीदवार की घोषणा की है।

नोएडा के तीनों सीटों पर भी सपा ने अपने उम्मीदवारों का एलान कर दिया है, जबकि सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस यहां से कम से कम एक सीट हासिल करने की उम्मीद कर रही थी। वहीं अखिलेश खेमे के नेता ने कहा कि अमेठी सीट के अलावा लखनऊ कैंट सीट भी सपा अपने पास ही रखेगी।
गौरतलब है कि अमेठी कांग्रेस का गढ़ माना जाता है, जबकि कैंट सीट पर कांग्रेस की रीता बहुगुणा जोशी को पिछली बार सफलता मिली थी। हालांकि जोशी अब भाजपा में शामिल हो चुकी हैं।

समाजवादी पार्टी के ताजा रुख से दोनों के गठबंधन की संभावनाओं पर फिर चिंताओं के बादल छा गए हैं। करनमए नंद ने कहा कि कांग्रेस को नियम के अनुसार 54 सीटें मिलनी चाहिए, लेकिन 25-30 और दी जा सकती हैं। बताया जा रहा है कि समाजवादी पार्टी उन्हीं सीटों को कांग्रेस को देना चाहती है, जिन पर पिछले चुनाव में कांग्रेस जीती थी या फिर सपा तीसरे या चौथे नंबर पर रही थी।