अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के चीफ़ मिनिस्टर नामज़द

उत्तर प्रदेश असेंबली इंतेख़ाबात में समाजवादी पार्टी की तारीख़ साज़ फ़तह की तारीख़ रक़म करने वाले जवाँसाल लीडर अखिलेश यादव इस रियासत के कम उम्र तरीन चीफ़ मिनिस्टर होंगे।

38 साला अखिलेश चीफ़ मिनिस्टर की हैसियत से 15 मार्च को दोपहर एक बजे अपनी काबीना के दीगर अरकान के साथ हलफ़ लेंगे। समाजवादी पार्टी के सदर मुलायम सिंह यादव के फ़र्ज़ंद अखिलेश को आज मुत्तफ़िक़ा तौर पर एस पी लेजिस्लेचर (legislature) पार्टी का लीडर मुंतखिब कर लिया गया।

सीनीयर लीडर मुहम्मद आज़म ख़ां ने जिन्हें अखिलेश के इंतेख़ाब पर इब्तेदा में चंद ज़हनी तहफ़्फुज़ात के इन का नाम तजवीज़ किया , और दीगर तमाम अरकान के साथ मुलायम सिंह यादव के छोटे भाई शिव पाल यादव ने भी ताईद की। ब्यान किया जाता है कि शिव पाल यादव ने भी इब्तेदा में अखिलेश को चीफ़ मिनिस्टर के ओहदा पर नामज़द करने की मुख़ालिफ़त की थी जिसके बाद चंद बदगुमानियां पैदा हो गई थीं।

38 साला अखिलेश की पेशरू मायावती 1995 में पहली मर्तबा 39 साल की उम्र में इस ओहदा पर फ़ाइज़ हुई थीं, जब एस पी की ताईद से बी एस पी ने मख़लूत हुकूमत बनाई थी। लेजिस्लेचर (legislature)पार्टी के इजलास में अपने इंतेख़ाब के फ़ौरी बाद अखिलेश ने अख़बारी नुमाइंदों से बातचीत करते हुए कहा कि इनकी हुकूमत एस पी के इंतेख़ाबी मंशूर में किए गए तमाम वादों को पूरा करेगी।

इनकी हुकूमत में किसी मज़हब या ज़ात पात की बुनियाद पर कोई इमतियाज़ी सुलूक नहीं किया जाएगा क्योंकि तमाम मज़हब और तबक़ात से ताल्लुक़ रखने वाले अवाम ने एस पी को वोट दे कर इक़्तेदार पर फ़ाइज़ किया है। पेशरू मायावती हुकूमत की पालिसी से इन्हिराफ़ करते हुए अखिलेश ने कहा कि मायावती की तरफ़ से तामीर शूदा यादगारों से मुंसलिक मुक़ामात की मख़लवा जगह पर मेडीकल कालेज्स खोले जाऐंगे।

अखिलेश ने आस्ट्रेलिया से माहौलियाती इंजीनीयरिंग की है और उनके इंतेख़ाब के ऐलान पर एस पी के तमाम अरकान-ए-पार्लीमेंट‍ ओ‍ असेंबली ने तालियों की गूंज मैं ख़ौरमक़दम किया। एस पी लीजेसलेचर (legislature) के लिए अपनी नामज़दगी की तौसीक़ के फ़ौरी बाद अखिलेश ने अपने वालिद 73 साला मुलायम सिंह यादव के पैर छूते हुए इनका आशीर्वाद लिया।

अखिलेश ने तरक़्क़ी के नारा के साथ सारे उत्तर प्रदेश में क्रांति रथ यात्रा की थी और 403 रुकनी असेंबली में एस पी को 224 नशिस्तों पर कामयाबी के बाद चंद सीनीयर क़ाइदीन के ज़हनी तहफ़्फुज़ात के बावजूद चीफ़ मिनिस्टर के ओहदा की दौड़ में इनका शामिल होना यक़ीनी मालूम हो रहा था।

अखिलेश ने अंग्रेज़ी ज़बान और कंप्यूटर्स की मुख़ालिफ़त करने वाली अपनी पार्टी एस पी की साख को बेहतर बनाने में कलीदी किरदार अदा किया है। इस कोशिश में उन्होंने तलबा को मुफ़्त लैप टाप देने का वायदा भी किया है।