अखिलेश समर्थकों को टिकट नहीं मिलने से समाजवादी पार्टी में फूट की आशंका

लखनऊ: उत्ततर प्रदेश में सत्ताधारी समाजवादी पार्टी में पिछले कई दिनों के उतार चढ़ाव से ऐसा प्रतीत होता है कि पार्टी विभाजित होकर रहेगी. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने पिता सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की सूची जारी किए जाने के बाद अपनी तरफ से 235 उम्मीदवारों की एक समानान्तर फेहरिस्त जारी कर दी. जबकि मुख्यमंत्री की तरफ उम्मीदवारों की सूची जारी करने की कोई अधिकारिक सुचना नहीं मिली है. लेकिन सोशल मीडिया पर यह पूरी सूची मौजूद है.बता दें कि सूची में ज्यादातर नाम अखिलेश के प्रतिद्वंद्वी और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के करीबी लोगों के थे.

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एनडीटीवी इंडिया के अनुसार, सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह ने आगामी यूपी चुनावों के मद्देनजर 325 प्रत्या शियों की सूची बुधवार को जारी की. इस सूची में ऐसे कई विवादित चेहरों को जगह मिली है जिनके नामों पर कथित रूप से मुख्य2मंत्री अखिलेश यादव को आपत्ति रही है. दरअसल, इस सियासी महाभारत में बुधवार को जिस तरह से मुलायम सिंह यादव ने 325 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की और तमाम अखिलेश समर्थकों को टिकट नहीं दिया और मौजूदा विधायकों और मंत्रियों के टिकट काट दिए. वह एक नए दंगल की ओर इशारा कर रहा.
वहीँ मुलायम सिंह यादव के घर पर शिवपाल और पार्टी प्रमुख के बीच देर रात बैठक चली. इसके बाद समाजवादी पार्टी के 68 अन्यि उम्मीपदवारों की भी दूसरी सूची जारी कर दी गई. इससे पूर्व दोपहर बाद मुलायम से सभी विधायकों की बैठक के बाद अखिलेश ने भी उन सभी से मुलाकात की. कई विधायकों का कहना है कि सीएम ने उन्हेंी कहा है कि ‘अपने क्षेत्रों में काम करते रहें. सीएम ने ‘तैयार’ रहने को कहा है’. बताया जा रहा है कि टिकटों को लेकर विधायकों से अखिलेश ने कहा है कि सब चुनाव लड़ेंगे. अब सवाल यह है कि क्यार अखिलेश अपनी लिस्टब जारी करेंगे?

उल्लेखनीय है कि बुधवार को मुलायम सिंह ने लिस्ट जारी करते हुए यह साफ कर दिया है कि इस लिस्ट में अब कोई बदलाव नहीं होगा, जबकि अखिलेश ने मुलायम से कुछ नामों पर फिर से विचार करने की अपील की है. अखिलेश को मुख्यमंत्री उम्मीदवार घोषित किए जाने को लेकर मुलायम सिंह यादव ने एक बार फिर कहा कि हम पहले से मुख्यमंत्री का उम्मीदवार तय नहीं करते हैं. इस बीच महागठबंधन की अटकलों को मुलायम सिंह यादव ने सिरे से खारिज कर दिया.